
करनाल/चंडीगढ़: हरियाणा के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कुलदीप शर्मा ने अपनी ही पार्टी की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में कांग्रेस की लगातार हार के पीछे भाजपा नहीं, बल्कि पार्टी का कमजोर संगठन और नेताओं के बीच आपसी खींचतान जिम्मेदार है। शर्मा ने यह भी खुलासा किया कि अब राहुल गांधी खुद हरियाणा में संगठन को खड़ा करने की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं, जिससे आने वाले समय में पार्टी को नया बल मिलने की उम्मीद है।
“भाजपा नहीं, कांग्रेस ही कांग्रेस की दुश्मन”
कुलदीप शर्मा ने करनाल में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा, “हरियाणा में कांग्रेस की विफलता का कारण भाजपा नहीं रही, बल्कि पार्टी का खुद का संगठनात्मक ढांचा बेहद कमजोर था। नेताओं के बीच समन्वय की भारी कमी रही, जिसकी कीमत हमें विधानसभा सहित अन्य चुनावों में चुकानी पड़ी।”
उन्होंने कहा कि पार्टी को सत्ता में आने के अवसर कई बार मिले, लेकिन अंदरूनी खींचतान और समर्पित नेतृत्व की कमी के चलते यह संभव नहीं हो सका। “सिर्फ कुछ प्रतिशत वोटों का अंतर था, हम सरकार बना सकते थे,” उन्होंने कहा।
राहुल गांधी अब सीधे संभालेंगे संगठन
कुलदीप शर्मा ने बताया कि राहुल गांधी अब हरियाणा की 90 विधानसभा सीटों पर संगठन को नए सिरे से खड़ा करने की रणनीति पर काम कर रहे हैं। ब्लॉक और जिला स्तर पर मजबूत ढांचा तैयार करने के लिए प्रयास शुरू हो चुके हैं।
हुड्डा पर परोक्ष निशान
शर्मा ने किसी नेता का नाम नहीं लिया, लेकिन उनकी टिप्पणी से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की ओर संकेत माना जा रहा है। उन्होंने कहा, “पार्टी ने कुछ नेताओं को पूरी जिम्मेदारी दी थी, लेकिन वे नतीजे देने में विफल रहे। अगर वही लोग फिर से जिम्मेदारी मांग रहे हैं तो भगवान ही मालिक है।”
त्रिलोचन सिंह पर बोले- “दिल अब भी कांग्रेस में है”
कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए त्रिलोचन सिंह पर टिप्पणी करते हुए शर्मा ने कहा, “वह मुझसे वरिष्ठ हैं। उन्होंने पार्टी के लिए वर्षों तक काम किया है। भले ही वह भाजपा में हों, लेकिन उनका दिल और दिमाग आज भी कांग्रेस के साथ है।”
उन्होंने यह भी कहा कि त्रिलोचन सिंह को मनोहर लाल खट्टर और नायब सिंह सैनी जैसे दिग्गजों के खिलाफ खड़ा किया गया था, जो उनकी क्षमता को दर्शाता है। पार्टी को उनकी नाराजगी के कारणों पर आत्ममंथन करना चाहिए।
पूर्व अनुभवों से सबक लेने की नसीहत
कुलदीप शर्मा ने कांग्रेस के पूर्व प्रदेश प्रभारी अशोक बाबरिया के कार्यकाल का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े हुए थे। उन्होंने सुझाव दिया कि जिम्मेदारी ऐसे नेताओं को दी जाए जो जमीनी हकीकत को जानते हों और संगठन को मजबूती से चला सकें।
गोगी के बयान का समर्थन
कांग्रेस नेता शमशेर सिंह गोगी के बयान का समर्थन करते हुए शर्मा ने कहा, “गोगी जी अनुभवी और समझदार नेता हैं। पार्टी के पदों पर कांग्रेसी नेताओं को ही मौका दिया जाना चाहिए। कोई भी व्यक्ति पार्टी से बड़ा नहीं हो सकता।”
राजनीति में व्यक्ति नहीं, पार्टी सर्वोपरि
अंत में शर्मा ने कहा कि वह स्वयं एक समर्पित कांग्रेसी हैं और पार्टी द्वारा दी गई हर जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा से निभाएंगे। उन्होंने कहा, “जब कोई नेता पार्टी से बड़ा बनने की कोशिश करता है, तो नतीजे वही होते हैं जो हमने हरियाणा में देखे।”