
भास्कर समाचार सेवा
इटावा। दरगाह अबुल हसन शाह वारसी कटरा शहाब खां में चल रहे उर्स के तहत दरगाह पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमे बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने शिरकत कर मन्नतें मांगीं।
दरगाह वारसी पर आयोजित उर्स में बाद नमाज़े फ़ज्र कुरान ख़्वानी का आयोजन किया। इसके बाद रात को महफिले समां का आयोजन किया गया जिसमें कव्वालों ने बेहतरीन कलाम पेश कर समा बांध दी। जव्वाद कव्वाल रामपुर ने कलाम पेश करते हुए कहा गम सभी राहतों तस्कीन में ढल जाते हैं जब करम होता है हालात बदल जाते हैं, मंजिले इश्क में जब सख्त मुकाम आएगा शाह जी मियां का वसीला मेरे काम आएगा। आफताब कव्वाल देवा शरीफ ने कहा शाह जी मियां को सलाम तेरे दम जे हर खुशी है, किस दर्जा बुलन्दी पर है किस्मत का सितारा दामन मेरे हाथों में है शाह जी मियां तुम्हारा। सरफराज राजा कव्वाल रामपुर ने भी कलाम पेश कर जमकर वाहवाही लूटी। उर्स में देर रात हज़रत सैयद अबुल हसन शाह वारसी व हज़रत हाजी हाफ़िज़ सैयद वारिस अली शाह का कुल शरीफ हुआ जिसमे श्रद्धालुओं ने उत्साह से भाग लिया। उर्स के लिए दरगाह को दुल्हन की तरह सजाया गया। उर्स में देश भर से आये श्रद्धालुओं के लिए लंगर की व्यवस्था दरगाह वारसी की ओर से की गई। उर्स की सफलता में दरगाह वारसी कमेटी के ऑनरेरी सेकेट्री हसनैन वारसी हनी सहित उनकी पूरी टीम का सराहनीय योगदान रहा।