जाने पीएम मोदी की तारीफ में अमेरिकी मीडिया क्या बोला ?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दो दिवसीय अमेरिकी दौरा हाल ही में संपन्न हुआ, और उनकी अमेरिका यात्रा के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच हुई बैठक ने वैश्विक मीडिया में खासी सुर्खियां बटोरी हैं। इस दौरे के दौरान दोनों नेताओं के बीच गर्मजोशी से भरी बातचीत और समझौतों के परिणामस्वरूप कई महत्वपूर्ण द्विपक्षीय मुद्दों पर सहमति बनी, जिनका दोनों देशों की सामरिक और आर्थिक साझेदारी पर सकारात्मक असर पड़ेगा। अमेरिकी मीडिया में विशेष रूप से सीएनएन ने इस यात्रा और दोनों नेताओं के बीच हुई बातचीत की सराहना की है, और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक बेहतरीन वार्ताकार के रूप में प्रस्तुत किया है।

सीएनएन के वरिष्ठ पत्रकार विल रिप्ले ने प्रधानमंत्री मोदी की विदेश नीति और उनके संवाद कौशल की तारीफ करते हुए कहा कि पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के साथ जिस तरह से बातचीत की, वह दुनिया भर के नेताओं के लिए एक ‘मास्टरक्लास’ का रूप ले सकती है। रिप्ले ने यह भी कहा कि यह बैठक विश्व नेताओं के लिए एक आदर्श प्रस्तुत करती है कि वे कैसे राष्ट्रपति ट्रंप के साथ प्रभावी ढंग से बातचीत कर सकते हैं। उनके अनुसार, पीएम मोदी ने समझदारी से हर पहलू को संभाला और विपरीत परिस्थितियों में भी दोनों देशों के बीच सकारात्मक माहौल बनाए रखा।

रिप्ले ने यह स्पष्ट किया कि यह बैठक उस समय हुई जब ट्रंप प्रशासन ने कुछ घंटों पहले ही रेसिप्रोकल टैरिफ (प्रतिवादी शुल्क) लगाने का एलान किया था। इस संदर्भ में, पीएम मोदी ने अपनी संवाद शैली का प्रदर्शन किया और ट्रेड वॉर की संभावना को टालने में सफल रहे। यदि उन्होंने यह मुद्दा हल्का लिया होता तो स्थिति और बिगड़ सकती थी। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी की दूरदृष्टि और विवेकपूर्ण संवाद के कारण दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति को संभालते हुए व्यापार, ऊर्जा, सैन्य और अन्य अहम मुद्दों पर महत्वपूर्ण समझौते किए गए।

इसके अतिरिक्त, सीएनएन के पत्रकार ने यह भी उल्लेख किया कि बैठक के बाद दोनों देशों के बीच व्यापार समझौतों, परमाणु क्षेत्र में अमेरिका के निवेश और एफ-35 जेट की खरीद के विषय पर महत्वपूर्ण चर्चा की गई। इस सबका असर न केवल द्विपक्षीय रिश्तों पर पड़ेगा, बल्कि इससे दोनों देशों को दीर्घकालिक लाभ होगा। पीएम मोदी ने अपने संवाद के दौरान ‘मेक अमेरिका ग्रेट अगेन’ के नारे को भारतीय संदर्भ में इस प्रकार व्यक्त किया कि यह दोनों देशों के लिए समृद्धि का द्वार खोलेगा। ‘मेक इंडिया ग्रेट अगेन’ के नारे को जोड़ते हुए, मोदी ने इसे एक ‘मेगा पार्टनरशिप’ के रूप में प्रस्तुत किया, जो राष्ट्रपति ट्रंप को खासा आकर्षक लगा। यह संदेश न केवल अमेरिका के साथ रिश्तों की मजबूती का प्रतीक था, बल्कि वैश्विक स्तर पर भारत की बढ़ती शक्ति और जिम्मेदारी को भी दर्शाता है।

प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने एक ऐसे वैश्विक मंच पर अपनी पहचान बनाई है, जहां से वह प्रभावी और समझदार संवाद के जरिए अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के साथ रिश्ते मजबूत कर सकता है। अमेरिकी मीडिया में पीएम मोदी की तारीफ ने यह स्पष्ट किया कि वे न केवल घरेलू राजनीति में, बल्कि वैश्विक कूटनीति में भी एक मजबूत और प्रभावी नेता के रूप में उभर रहे हैं। उनकी इस यात्रा ने भारत और अमेरिका के बीच रिश्तों को नए आयाम दिए हैं और भविष्य में दोनों देशों के बीच और भी कई बड़े सहयोगों की संभावना को जन्म दिया है।

इस यात्रा के बाद, दोनों देशों के व्यापारिक संबंधों, सुरक्षा साझेदारी और ऊर्जा क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण विकास हो सकता है, जो न केवल इन दोनों देशों के लिए, बल्कि पूरी दुनिया के लिए फायदेमंद साबित होगा। पीएम मोदी का यह दौरा भारतीय कूटनीति का एक उत्कृष्ट उदाहरण बना है, जिसे भविष्य में अन्य देशों के नेताओं द्वारा भी अपनाया जा सकता है।

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