Kiratpur : बेखौफ अपराधी और ढीली पड़ती पुलिस, रोज़ बढ़ रहीं लूट व छिनैती की घटनाएँ

Kiratpur : नगर में दिन प्रतिदिन अपराधिक घटनाओं का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। शाम ढलते ही अपराधिक प्रवृत्ति के लोग अपने कारनामों को अंजाम देने से बिल्कुल पीछे नहीं हटते। उनके दिमाग में पुलिस का खौफ बिल्कुल नजर नहीं आता, जबकि योगी सरकार में अपराध करने वाले व्यक्ति के खिलाफ पुलिस सख्त कार्रवाई करती है और अपराधियों को जेल भेजा जाता है।

नगर में अपराधिक प्रवृत्ति के लोग पुलिस की सक्रियता के बिना ही अपने कारनामों को अंजाम दे रहे हैं। बीती रात लगभग 8:30 बजे मोहल्ला महाजनान में स्थित शंकर डेरी के पास दो लड़के अंबेडकर मूर्ति की ओर जा रहे थे, जिनमें मोहम्मद, पुत्र मोहम्मद महमूद, निवासी मोहल्ला किला, अपने साथी मोहम्मद आमान के साथ पैदल आ रहा था। तभी पीछे की ओर से मोटरसाइकिल पर सवार दो युवक आए और उन्होंने मोहम्मद की जेब में रखा मोबाइल छीन लिया।

जब मोहम्मद ने विरोध किया, तो बदमाशों ने उसके साथ मारपीट की और मोटरसाइकिल पर बैठकर फरार हो गए। मोहम्मद और आमान ने काफी शोर मचाकर उनका पीछा किया, लेकिन वे फरार हो गए। घटना की सूचना तुरंत परिवार वालों को दी गई, जिन्होंने तहरीर थाने में दी।

चर्चा का विषय यह है कि कुछ पुलिसकर्मियों ने मोटरसाइकिल सवार मोबाइल छीनने वालों का पीछा किया, लेकिन उन्हें पकड़ नहीं पाए। नगर में अभी दो दिन पहले भी बाजार में एक युवक से मोटरसाइकिल सवार युवकों ने मोबाइल छीन लिया था। इसके आसपास रात्रि में पुलिस की पिकेट लगी रहती है और मुख्य बाजार में सीसीटीवी कैमरे भी लगे हुए हैं। इसी तरह, दो दिन पहले थाने के निकट एक महिला से दो युवकों ने कुंडल ठग लिए, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ।

इन घटनाओं से स्पष्ट होता है कि पुलिस की निष्क्रियता के कारण अपराध बढ़ रहे हैं। थाना पुलिस केवल कागजी कार्रवाई करती है और आश्वासन देकर मामला खत्म कर देती है। तीन दिन पूर्व मंडावर रोड पर एक बड़ी घटना घटित हुई, जिसे एक अपराधिक प्रवृत्ति के व्यक्ति के घर पर बैठकर निपटाया गया, जो नगर में चर्चा का विषय बनी हुई है।

थाने में कुछ दिनों से दलालों का प्रवेश बढ़ गया है, जिससे कई मामले अधिकारियों तक नहीं पहुंच पाते और थाने के बाहर निपटारा कर लिया जाता है। ऐसे दलालों को प्रतिदिन थाने के गेट के बाहर और थाने में देखा जा सकता है।

नगर के व्यापारियों और नागरिकों में पुलिस की निष्क्रियता के चलते रोष व्याप्त है। अपराधियों के दिन प्रतिदिन हौसले भरने के कारण बाजार में दिन में सन्नाटा छा जाता है, दुकानदार खाली नजर आते हैं और अपराधी अपने कारनामों को अंजाम देने के लिए बाजार में निकल जाते हैं। अधिकारियों को इन घटनाओं का शीघ्र संज्ञान लेकर अपराधों पर नियंत्रण और निष्क्रिय पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए, ताकि अपराधों पर पूर्ण अंकुश लगाया जा सके।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें