सुल्तानपुर। सोमवार की रात कादीपुर में ट्रैक्टर पलटने से उसके नीचे दबकर हुई युवक की मौत के बाद जमकर हंगामा हुआ। परिवारीजनों ने कादीपुर कोतवाली में तैनात इंस्पेक्टर, एक दारोगा व दो सिपाहियों पर युवक को मारने का आरोप लगाते हुए पटेल चैक पर जाम लगा दिया। लगातार करीब चार घंटें तक चले हंगामे के बाद पुलिस के उच्चाधिकारियों के आदेश पर कोतवाली प्रभारी समेत चार पुलिस कर्मियों के विरूद्ध गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया तो तब जाकर मामला शांत हुआ।
आजमगढ़ जिले के मेहनगर निवासी अंकुश सिंह (20) पुत्र देवेंद्र सिंह कादीपुर कोतवाली क्षेत्र के राईबीगो में अपने जीजा हरिशंकर सिंह के घर पर रहता था। परिवारवालों के अनुसार सोमवार रात वह ट्रैक्टर लेकर लौट रहा था। सोनालिका ट्रैक्टर एजेंसी के पास दारोगा अखिलेश सिंह, सिपाही दानिश व जितेंद्र ने पीछा किया। उसको चालक की सीट से उतारकर बोनट पर बैठा दिया था और सिपाही दानिश ट्रैक्टर चलाने लगा।
लोगों ने किया जमकर हंगामा, मुकदमा दर्ज
इसी दौरान ट्रैक्टर पलट गया और उसके नीचे दबने से अंकुश की मौत हो गई। परिजनों ने यह भी आरोप लगाया है कि अंकुश को ट्रैक्टर से धक्का दे दिया गया और वह बोनट के नीचे आकर दब गया था। परिवारजनों ने पुलिस पर वसूली का आरोप लगाते हुए पटेल चैक पर शव रखकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। सीओ कादीपुर शिवम मिश्र मौके पर पहुंचे और आक्रोशित लोगों को समझाने की कोशिश की। लेकिन वे पुलिस कर्मियों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज करने की मांग पर अड़ गए। कादीपुर के पटेल चैक पर बढ़ते ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस चैकन्ना हो गई।
यहां कादीपुर कोतवाली पुलिस के अलावा दोस्तपुर, अखंडनगर, करौंदीकला, चांदा, लंभुआ, मोतिगरपुर, जयसिंहपुर, गोसाईगंज की पुलिस मौके पर पहुंची। अंत में रात एक बजे के आसपास अपर पुलिस अधीक्षक विपुल कुमार श्रीवास्तव भी मौके पर पहुंचे। पुलिस कर्मियों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई के साथ मुकदमा दर्ज करने का आश्वासन दिया, तब घरवाले मौके से हटे।
दस हजार की मांग कर रहे थे पुलिस कर्मी- अंकुश के परिवारीजनों का आरोप है कि पुलिस कर्मी उगाही करते हैं। हर गाड़ी पर एक हजार रुपये लेते हैं। ट्रैक्टर पकड़ने के बाद 10 हजार की मांग कर रहे थे। घटना के जिम्मेदार सिपाही दानिश, अखिलेश दरोगा, सुरेंद्र यह तीन लोग स्पष्ट रूप से हैं। एएसपी विपुल कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि मामले में परिवारजनों की तहरीर पर इंस्पेक्टर देवेंद्र सिंह, दारोगा अखिलेश और दो सिपाही दानिश व जितेंद्र के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की जांच की जा रही है।