- अवैध निर्माण हटाने को लेकर KGMU का बयान
- KGMU ने मजार को लेकर बयान जारी किया
- मजार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होगी – केजीएमयू
- मजार के आसपास के अवैध कब्जे हटाए जाएंगे – केजीएमयू
- अवैध निर्माण KGMU की जमीन पर था कब्जा
लखनऊ। लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) के परिसर में सालों से रह रहे लोगों को उजाड़ने के लिए यूनिवर्सिटी प्रशासन की टीम पहुंची तो विरोध शुरू हो गया। इस दौरान कई थानों की पुलिस भी पहुंच गई। बिना नोटिस दिए ही प्रशासन बुलडोजर लेकर पहुंच गया। इस विरोध प्रदर्शन के बीच डॉक्टरों के घायल होने की भी जानकारी है।

दरअसल, विश्वविद्यालय प्रशासन परिसर अवैध तरीके से रह रहे लोगों को शिफ्ट करना चाहता है लेकिन कुछ लोगों ने वहां मजार का मुद्दा बना दिया और इसी बीच अवैध कब्जे को हटाने के लिए बुलडोजर पहुंच गया। जिससे सालों से रह रहे लोगों में रोष फैल गया और इस मुद्दे को कुछ लोगों ने हिंदू-मुस्लिम एंगल देने की कोशिश की।
हालांकि, केजीएमयू ने अपने बयान से यह स्पष्ट करते हुए सभी भ्रमों पर विराम लगा दिया है। केजीएमयू (KGMU) के प्रवक्ता केके सिंह ने कहा,”मजार के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी, लेकिन मजार के आसपास के अवैध कब्जों को हटाने के लिए कदम उठाए जाएंगे। यह अवैध निर्माण वास्तव में KGMU की जमीन पर किया गया था।”