
नई दिल्ली : कौन बनेगा करोड़पति (केबीसी) सीजन 17 के एक एपिसोड में शामिल हुए 10 साल के ईशित भट्ट को उनके व्यवहार के कारण सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल किया जा रहा है। गुजरात के इस छोटे कंटेस्टेंट को कुछ यूजर्स ने ‘भारत का सबसे नापसंद बच्चा’ तक कह दिया। इसके साथ ही एक यूजर ने उनका व्यवहार ‘सिक्स पॉकेट सिंड्रोम’ से जोड़कर विश्लेषित किया।
ओवरकॉन्फिडेंट किड ने बिग बी के सामने दिखाया आत्मविश्वास
ईशित भट्ट पांचवीं क्लास के छात्र हैं। शो में उन्होंने आत्मविश्वास और तेज़ी से सवालों के जवाब देकर दर्शकों का ध्यान खींचा, लेकिन उनका घमंडी लहजा कई लोगों को पसंद नहीं आया। उन्होंने अमिताभ बच्चन से सीधे सवाल पर आने की मांग की और जल्दबाजी में शुरुआती चार सवालों के जवाब दे दिए।
पांचवें सवाल पर हुआ ब्रेक, खाली हाथ लौटे ईशित
जैसे ही पांचवें सवाल “वाल्मीकि रामायण के पहले कांड का नाम क्या है?” आया, ईशित ने बिना ऑप्शन देखे जवाब दिया ‘B: अयोध्याकांड’। अमिताभ ने उन्हें सही उत्तर पर विचार करने को कहा, लेकिन ईशित ने जवाब बदलने की बजाय कहा, “सर, एक क्या उसमें चार लॉक लगाइए, लेकिन लॉक कर दीजिए।” इस गलत उत्तर के बाद वह शो से खाली हाथ ही लौटे।
सोशल मीडिया पर मिले विरोध और समर्थन दोनों
ईशित के इस व्यवहार के बाद कई यूजर्स ने उन्हें ट्रोल किया, जबकि कुछ ने कहा कि गलती बच्चे की नहीं, बल्कि पालन-पोषण की है। एक यूजर ने लिखा, “अगर माता-पिता बच्चों को विनम्रता और धैर्य नहीं सिखाते, तो वे ऐसे ओवरकॉन्फिडेंट बन जाते हैं।”
‘सिक्स पॉकेट सिंड्रोम’ क्या है?
इस सिंड्रोम का पहला उदाहरण चीन में ‘वन चाइल्ड पॉलिसी’ के दौरान सामने आया। इसे ‘4-2-1 मॉडल’ भी कहा गया—चार दादा-दादी, दो माता-पिता और एक बच्चा। इस संरचना में बच्चा परिवार का केंद्र बन जाता है, हर मांग पूरी होती है, जिससे धैर्य और सहनशीलता की कमी विकसित होती है। इसे ‘लिटिल एम्परर सिंड्रोम’ भी कहा जाता है।
भारत में इसका असर
शहरी और एकल परिवारों में एक या दो बच्चों पर परिवार का सारा ध्यान होने के कारण ऐसे बच्चे आसानी से लाड़-प्यार में घिरे रहते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, ईशित भट्ट का व्यवहार इस प्रवृत्ति का उदाहरण हो सकता है।