
Kasganj : योगी सरकार की सख्ती और कानून का डर कागजी घोडा बनकर जनमानस के अंदर दौड रहा हो, लेकिन भूमाफिया की हिम्मत कम नहीं हो रही है। कासगंज के सहावर रोड स्थित गोरहा क्षेत्र में प्रॉपर्टी डीलरों ने वन विभाग की जमीन पर अवैध कब्जा कर ‘बांके बिहारी कॉलोनी’ बसा दी। पेड़ काटकर और तारबंदी हटाकर कॉलोनी के लिए रास्ता निकाल लिया गया है। इस कॉलोनी को अभी तक प्रशासनिक स्वीकृति भी नहीं मिली है, फिर भी दर्जनों प्लॉट बिक चुके हैं।
वन भूमि पर कब्जा, नियमों की उड़ाई धज्जियां
गोरहा से नहर के किनारे सहावर मार्ग पर लगभग एक किलोमीटर दूर स्थित क्षेत्र में शहर के एक दर्जन से अधिक प्रॉपर्टी डीलरों ने करीब 15बीघा जमीन पर कॉलोनी विकसित कर दी है। खेत के सामने वन विभाग की जमीन है, जहां पहले तारबंदी और पेड़ थे। आरोप है कि डीलरों ने तार हटवाकर वन भूमि पर रास्ता निकाल लिया और दर्जनों पेड़ भी कटवा दिए।
बिना मंजूरी हो रही प्लॉटिंग और बिक्री
कॉलोनी की न तो कोई आधिकारिक मंजूरी है और न ही इसे आबादी क्षेत्र घोषित किया गया है। बावजूद इसके कॉलोनी के मुख्य गेट से दर्जनों प्लॉट बेचे जा चुके हैं। इस तरह की अनियमितता से न सिर्फ पर्यावरण को नुकसान हो रहा है, बल्कि सरकारी भूमि पर अवैध कब्जे की प्रवृत्ति भी बढ़ रही है।
प्रशासन और वन विभाग की भूमिका सवालों के घेरे में












