
करनाल, हरियाणा: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए कायराना आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। हमले के विरोध में जहां एक ओर देशभर में पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ आक्रोश दिखाई दे रहा है, वहीं हरियाणा के करनाल जिले में व्यापारियों ने अपने गुस्से का इज़हार बंद के जरिए किया।
करनाल व्यापारियों का आक्रोश
हरियाणा व्यापार मंडल के आह्वान पर शुक्रवार को करनाल के तमाम व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे। प्रदेश उपाध्यक्ष महेश भाटिया ने बताया कि यह बंद पहलगाम हमले में मारे गए निर्दोष नागरिकों को श्रद्धांजलि देने और आतंक के खिलाफ एकजुटता प्रकट करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया है। बंद सुबह से दोपहर 1 बजे तक रखा गया, जिसमें सभी प्रमुख बाजारों ने सहभागिता दिखाई।
शोक और श्रद्धांजलि सभा का आयोजन
शहर के प्रमुख चौराहों और बाजारों में व्यापारियों ने मृतकों की आत्मा की शांति के लिए मौन रखा और कैंडल मार्च निकाला। विनय नरवाल सहित अन्य शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई। सभा में लोगों ने आतंक के खिलाफ कठोर कार्यवाही की मांग की और कहा कि अब सिर्फ निंदा नहीं, ठोस एक्शन होना चाहिए।
धर्म पूछकर हत्या: व्यापारियों में आक्रोश
एक स्थानीय व्यापारी ने भावुक होकर कहा, “धर्म पूछकर किसी को गोली मारना मानवता के खिलाफ सबसे बड़ा अपराध है।” उन्होंने अपील की कि स्थानीय लोग ऐसे लोगों से काम लेना बंद करें जो भारत में रहकर भारत विरोधी मानसिकता रखते हैं।
कड़ी प्रतिक्रिया की मांग
व्यापारियों ने सरकार से मांग की है कि आतंक के खिलाफ कड़ा कदम उठाया जाए और इस तरह की घटनाओं के लिए जिम्मेदार संगठनों और उनके समर्थकों पर सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने यह भी कहा कि यदि ज़रूरत पड़ी तो भविष्य में और बड़ा विरोध दर्ज कराया जाएगा।
राज्यभर में असर की संभावना
करनाल बंद की सफलता को देखते हुए अब यह विरोध हरियाणा के अन्य जिलों तक भी फैल सकता है। व्यापार मंडल के नेताओं ने कहा कि आने वाले दिनों में यदि सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया तो पूरे प्रदेश में व्यापक स्तर पर बंद का आह्वान किया जाएगा।