
लखनऊ (ईएमएस)। अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने तत्कालीन पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को फोन कर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के साथ मुलाकात के लिए अमेरिका आने को कहा लेकिन वाजपेयी ने दो टूक कहा कि जब तक पाकिस्तान के कब्जे में भारत की एक इंच भी ज़मीन है, मैं बात नहीं करूंगा। उस समय संसद में दिया गया उनका बयान का वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। लोग अटल जी की राष्ट्रभक्ति और दृढ़ नेतृत्व की जमकर सराहना कर रहे हैं।
उनका यह रुख देशवासियों के दिलों में आज भी गर्व पैदा कर रहा है।
वीडियो को लेकर जनता का कहना है कि अटल बिहारी वाजपेयी का नेतृत्व और उनका दृढ़ संकल्प आज भी भारत के लिए प्रेरणा का स्रोत है। उनकी नीति और निर्णयों ने भारत को अंतरराष्ट्रीय मंच पर सम्मान दिलाया और देश की संप्रभुता की रक्षा की। आज, जब भारत एक बार फिर आतंकवाद और बाहरी दबावों का सामना कर रहा है, वाजपेयी जी की नीति और दृष्टिकोण हमें यह सिखाते हैं कि राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए दृढ़ता और संकल्प भारत की पहचान हैं। दरअसल, भारत पाकिस्तान के बीच तनाव और संघर्ष की मौजूदा घड़ी में पूर्व अटल बिहारी वाजपेयी के संसद में भाषण का वीडियो क्लिप वायरल हो रहा है। दरअसल, 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान भारत ने न केवल पाकिस्तान के साथ सैन्य संघर्ष का सामना किया, बल्कि अमेरिका जैसे वैश्विक शक्तियों के कूटनीतिक दबाव का भी सामना किया था। उस समय के प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने इस दबाव के बावजूद भारत की संप्रभुता और राष्ट्रीय हितों से कोई समझौता नहीं किया।
वीडियो क्लिप के अनुसार अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने वाजपेयी को फोन कर दबाव बनाया था। क्लिंटन ने अमेरिका आने और पाकिस्तानी पीएम से मुलाकात करने को कहा था। इस पर वाजपेयी ने स्पष्ट रूप से कहा, ‘जब तक पाकिस्तान के कब्जे में भारत की एक इंच भी ज़मीन है, मैं बात नहीं करूंगा। मैं दबाव में नहीं आया और मैं अमेरिका नहीं गया।’ वाजपेयी के इस दृढ़ रुख को देखकर अमेरिका भी हैरान था और उसे अपनी नीति बदलनी पड़ गई। यह भारत की कूटनीतिक जीत थी, जिसमें वाजपेयी की भूमिका निर्णायक रही। यह वीडियो क्लिप ऐसे समय वायरल हो रही है जब भारत के ऑपरेशन सिंदूर ने पूरी दुनिया में हड़कंप मचा रखा है। दरअसल पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया है। आतंकी हमले में निर्दोष भारतीय नागरिकों से आतंकियों ने धर्म पूछकर, विशेष रूप से गैर-मुस्लिमों को मार डाला था। इस हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया और कई आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया। पहलगाम आतंकी हमले के बाद से आतंकियों और उन्हें पनाह देने वाले पाकिस्तान के प्रति जनता का गुस्सा बढ़ गया है।