
कानपुर। मेडिकल कॉलेज का सर्वर दूसरे दिन यानी मंगलवार को भी रुलाता रहा। सुबह से ही ओपीडी के पर्चे बनवाने के लिए बड़ी संख्या में मरीजों की लंबी लाइन लग गई। वहीं, सोमवार को सर्वर पूरी तरह से ठप होने से सैकड़ों लोग बिना डॉक्टर की परामर्श लिए ही वापस चले गए। मंगलवार को भी सर्वर डाउन रहा। इससे कुछ देर के लिए पर्चे बनना भी बंद हो गए। लोगों के मोबाइल में ओटीपी ना आने से पर्चे नहीं बन पा रहे हैं।ओपीडी के पर्चे जहां बन रहे हैं वहां एक बार में कम से कम 150 से 200 लोग अंदर होते हैं। उन्नाव से आई रामवती की तबीयत खराब थी, उनका बीपी बहुत लो था। बेटा समीर पर्चा बनवाने गया, इतनी देर में रामवती बेहोश होकर वहीं गिर गई। वहीं छोटे-छोटे बच्चे ज्यादा परेशान दिखे।सोमवार को जब सर्वर ठप हो गया तो मरीजों के पर्चे हाथ से बनाए गए।
इसके कारण काफी समय लगा। इस बीच दूरदराज से आए मरीजों को वापस जाना पड़ा। मंगलवार सुबह भी जब कुछ देर के लिए सर्वर डाउन हो गया तो कर्मचारियों के साथ-साथ मरीज भी परेशान हो गए। मगर कुछ ही देर में सर्वर वापस आ गया।कर्मचारियों की माने तो नेट की स्पीड बहुत धीमी आ रही है, जिसके कारण आॅनलाइन पर्चे बनने में देरी हो रही है। वहीं, मोबाइल पर ओटीपी देर से आने से भी पर्चे बनने में देरी लग रही है। एक मरीज का पर्चा बनने में 5 से 7 मिनट का समय लग रहा है।