कानपुर। नगर निगम का कैटिल कैचिंग दस्ता कागजों पर आवारा पशुओं को पकड़ खाना पूर्ति कर रहा जबकि सत्यता ये है शहर में खुलेआम घूम रहे पशु लोगो की जान ले रहे है।शहर की किसी भी सड़क पर आप चले जाए आपको आवारा पशुओं का झुंड नज़र आ जाएगा।शहरवासी कभी कुत्तों के आतंक से परेशान तो कहीं बंदर बच्चों को अपना निशाना बना रहे। हालात ये है कि शहर के किसी भी चौराहे पर आप चले जाए आपको सांडो का झुंड नज़र आ जाएगा जो आते जाते राहगीरों पर हमला कर उन्हें मौत के घाट उतार रहा।
कल ऐसा ही एक और मामला सामने आया जहां नगर निगम की लापरवाही से एक नाबालिग की जिंदगी की लीला राह में यमराज बन दौड़ते सांड ने समाप्त कर दी।घर के पास ही साईकिल से जा रहे बर्रा विश्व बैंक ई ब्लॉक निवासी राकेश मिश्रा के 16 वर्षीय पुत्र को सड़क पर दौड़ रहे सांड ने टक्कर मार दी जिससे वह बेहोश हो गया,परिजन बच्चे को लेकर हैलट अस्पताल गए जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।पूरी घटना गली में लगे सीसीटीवी में कैद हो गई जिसमे देखा जा सकता है कि बच्चा साईकिल से गली में जा रहा उसके आगे एक सांड निकला और बच्चा जैसे ही आगे बढ़ा दूसरे सांड ने उसे जोरदार टक्कर मार दी और दूसरे सांड के पीछे भाग गया।
नगर निगम की लापरवाही से जा रही जाने
आपको बता दे पिछले करीब 15 महीनो में सिर्फ सांड के हमले से लगभग 12 लोग अपनी जान गवां चुके है वही 400 लोग सांड के हमले में बुरी तरह घायल हुए है।बीच सड़क आवारा कुत्ते, सुअर और सांड शहर के बच्चो से लेकर बुजुर्गो तक को अपना निशाना बना रहे वही नगर निगम कागजों में आंकड़े दुरुस्त कर रहा।
50 लाख की आबादी में 2 लाख से ज्यादा जानवर सड़क पर मचा रहे आतंक।
शहर में 2 लाख से ज्यादा जानवर लोगो की जान लेने को घूम रहे और कैटिल कैचिंग दस्ता बेकसूर राहगीरों की मौत का तमाशा देख रहा है।गोवंश जानवरो के अलावा,कुत्ते और सुअर के साथ कटखने बंदर भी लोगो को हमला कर घायल कर रहे वही नगर निगम कार्यवाई का खोखला दावा कर अपनी पीठ थप थपा रहा।