कानपुर। रायपुरवा में सिख युवक को पीट कर आंख फोड़ने वाले पार्षद पति और उसके साथियों के खिलाफ शिकायत लेकर पहुंची परफेक्ट मेडिकल स्टोर के संचालक अमोल दीप की मां ने कमिश्नर डॉ आर के स्वर्णकार से कई सवाल किये तो खुद कमिश्नर को कहना पड़ा कि क्या थानेदार डरपोक है जो कार्यवाही करने से चूक गया। रायपुरवा में देर रात पत्नी के साथ श्याम नगर घर जा रहे कार सवार अमोलदीप सिंह का कार ओवरटेक करने को लेकर भाजपा की पार्षद सौम्या शुक्ला के पति अंकित शुक्ला से विवाद हुआ था। आरोप है कि पार्षद पति और उसके साथियों ने बीच सड़क पर युवक को इतना पीटा कि उसकी एक आंख बाहर आ गयी। गंभीर अवस्था में उन्हें हैलट फिर एयर लिफ्ट करके दिल्ली के अस्पताल में भर्ती कराया गया।
सोमवार को समाजवादी पार्टी के विधायक हसन रूमी, फतेह बहादूर सिंह गिल के साथ पीड़ित अमोल की मां गुरविंदर सिंह, रिश्ते के भाई समेत सिख समुदाय के लोग पहुंचे। पीड़ित की मां ने कमिश्नर के सामने हाथ जोड़ कर कहा साहब भाजपा की सरकार है तो क्या सत्ता पक्ष से जुड़े पार्षद पति इस तरह किसी को भी मारेगा। आपकी पुलिस भी उसके सामने कठपुतली बनी हुई थी। उन्होंने कहा कि जब परिवार समेत सिख समुदाय के लोग रायपुरवा थाने पहुंचे तो वहां आरोपी अंकित शुक्ला समेत दर्जनों लोग बैठे थे। यहां थानेदार पार्षद पति की आवभगत कर रहा था, मुकदमा लिखने को कहा तो अज्ञात में लोगों के बारे में लिखवा कर तहरीर ले ली।
सिख समुदाय के युवक अमोलदीप को जानवरों की तरह पीटने के आरोपी पार्षद पति अंकित शुक्ला के खिलाफ युवा सिख मोर्चा के कवलजीत सिंह समेत दर्जनों युवकों ने विरोध जताया। वहीं गुरूद्वारा कमेटी के पदाधिकारियों के साथ सैकउÞों लोग ने पुलिस आयुक्त से मिलकर तुरंत गिरफ्तारी की मांग करते हुए कहा कि अभी तक पुलिस ने धारायें तक नहीं बढ़ायी है। मंगलवार को सभी लोग गुरूद्वारा पर पुलिस के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने की चेतावनी भी दी है। इधर दिल्ली में भर्ती गंभीर रूप से घायल अमोल का पुलिस ने बयान ले लिया है जिसमें पार्षद पति समेत अज्ञात लोगों का जिक्र है।
वहीं आरोपी पार्षद पति भी पुलिस आयुक्त से मिलने पहुंचा और आरोप लगाया कि उनकी न तो लड़ाई हुई न वह मौजूद थे, उनके समर्थकों से विवाद हुआ था क्योंकि पार्षद के साथ छेड़छाड़ की गयी थी।