गांव में मचा कोहराम! हादसे में 20 से ज्यादा घायल, सचिवालय के कर्मी सहित बच्चों की टूटी सांसें

भास्कर ब्यूरो

  • सचिवालय में तैनात आंकिन के लाल की बच्चों समेत टूट गई सांस
  • कार अनियंत्रित होने के चलते आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे पर हुआ हादसा
  • गांव में मचा कोहराम, इलाज के दौरान 20 घायलों में पत्नी की स्थिति चिंताजनक

कानपुर : बिल्हौर में सचिवालय में तैनात आंकिन के लाल और उनके दो नौनिहाल की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत हो गई। इसके अलावा पत्नी समेत आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। घटना की सूचना से गांव में कोहराम मच गया। रोते-बिलखते परिजन मौके के लिए रवाना हो गए।

बिल्हौर सर्किल के अरौल थाना क्षेत्रांतर्गत आंकिन निवासी केंद्रीय जल निगम के सेवानिवृत विशेश्वर दयाल के इकलौते पुत्र राघवेंद्र सिंह (35) हेड कांस्टेबल के पद पर सचिवालय में तैनात थे। वह अपनी पत्नी नंदनी (32) के घर वैवाहिक कार्यक्रम में शिरकत कर निजी कार से परिवार समेत लखनऊ लौट रहे थे। आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे पर बांगरमऊ थाना क्षेत्र अंतर्गत माइलस्टोन 231 के करीब मंगलवार सुबह उनकी कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर तोड़ विपरीत दिशा में पहुंच गई। जहां सामने से आती श्रद्धालुओं से भरी ट्रैवलर बस से जबरदस्त टक्कर हो गई। टक्कर इतनी तेज थी कि दोनों वाहन पलट कर क्षतिग्रस्त हो गए।

इस हादसे में कार सवार हेड कांस्टेबल राघवेंद्र सिंह, बेटे श्रेष्ठ (5) व बेटी बेबी (1) की दर्दनाक मौत हो गई। जबकि पत्नी नंदनी समेत ट्रैवलर सवार 8 लोग बुरी तरह घायल हो गए। राहगीरों की सूचना पर पुलिस ने राहत कार्य कर घायलों को अस्पताल भेजा। जहां प्राथमिक उपचार देकर गंभीर घायलों को जिला अस्पताल रिफर कर दिया गया। पुलिस ने मृतक परिजनों को हादसे की सूचना देकर शवों के पंचनामा की कार्रवाई शुरू की।

वहीं, हादसे की सूचना से गांव में शोक की लहर दौड़ पड़ी। रोते बिलखते परिजन मौके के लिए रवाना हो गए। मृतक के आवास पर सांत्वना देने के लिए ग्रामीणों का आवागमन लगा है। मृतक राघवेंद्र के पारिवारिक अधिवक्ता संग्राम सिंह ने बताया कि एक ही हादसे में घर के इकलौते चिराग राघवेंद्र और उनके नौनिहाल बुझ गए है, राघवेंद्र सचिवालय में तैनाती के दौरान लोगों के बहुत काम आते थे, इससे क्षेत्र में उनका अच्छा जुड़ाव था, उनकी मौत की दुखभरी सूचना से शोक व्याप्त है। बताया कि नंदनी को गंभीर अवस्था के चलते कानपुर के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, अभी उनकी स्थिति चिंताजनक है।

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