
- कॉरिडोर-2 अंडरग्राउंड सेक्शन के अंतर्गत तीन टीबीएम महीनों का इस्तेमाल
- ‘गोमती‘, ‘सरस्वती‘ और ‘पार्वती‘ की मदद से तेजी से चल रहा टनल निर्माण कार्य
भास्कर ब्यूरो
कानपुर। मेट्रो रेल परियोजना के कॉरिडोर-2 (सीएसए से बर्रा-8) के अंतर्गत लगभग 4.10 किमी लंबे रावतपुर – डबल पुलिया अंडरग्राउंड सेक्शन में आज रावतपुर स्थित लॉन्चिंग शाफ्ट से ‘गोमती‘ टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम मशीन) को ‘डाउनलाइन‘ पर डबल पुलिया तक टनल निर्माण के लिए लॉन्च कर दिया गया। इस स्ट्रेच के ‘अप-लाइन‘ पर पहले ही ‘पार्वती‘ टीबीएम मशीन द्वारा टनल निर्माण किया जा रहा है, जिसे 29 मार्च को लॉन्च किया गया था। आज लॉन्च होने वाली ‘गोमती‘ टीबीएम मशीन ’डाउनलाइन’ पर पहले रावतपुर से काकादेव स्टेशन तक और फिर काकादेव से डबल पुलिया स्टेशन तक टनल का निर्माण करेगी। इससे पहले यह मशीन रावतपुर से कंपनी बाग चौराहे तक लगभग 620 मीटर लंबे स्ट्रेच के ‘अप-लाइन टनल’ का निर्माण पूरा कर चुकी है।
विदित हो कि लगभग 8.60 किमी लंबे कॉरिडोर-2 (सीएसए से बर्रा-8) के अंतर्गत लगभग 4.10 किमी लंबे अंडरग्राउंड और लगभग 4.50 किमी लंबे एलिवेटेड सेक्शन का निर्माण कार्य किया जा रहा है। इस कॅरिडोर के अंडरग्राउंड सेक्शन में टनल निर्माण के लिए तीन टीबीएम मशीनें; ‘गोमती‘, ‘सरस्वती‘ और ‘पार्वती‘ प्रयोग में लाई जा रहीं हैं।
इस सेक्शन में टनल निर्माण की शुरुआत सर्वप्रथम रावतपुर से कंपनी बाग चौराहा के बीच लगभग 620 मीटर लंबे स्ट्रेच पर हुई थी। ‘गोमती‘ टीबीएम मशीन ने इसी साल जनवरी में उक्त स्ट्रेच के ‘अप-लाइन टनल’ का निर्माण पूरा किया था। इस स्ट्रेच के ‘डाउनलाइन‘ पर ‘सरस्वती‘ टीबीएम मशीन तेजी से आगे बढ़ते हुए अब तक लगभग 290 मीटर टनल का निर्माण पूरा कर चुकी है। रावतपुर से डबल पुलिया की दिशा में भी दोनों लाइनों (अप-लाइन और डाउनलाइन) पर टनल निर्माण आरंभ किया जा चुका है। इसके लिए पहले रावतपुर स्थित लॉन्चिंग शाफ्ट से मार्च के अंत में ‘अप-लाइन‘ पर ‘पार्वती‘ टीबीएम मशीन को लॉन्च किया गया और आज ‘डाउनलाइन‘ टनल के निर्माण के लिए ‘गोमती’ टीबीएम मशीन भी लॉन्च कर दी गई।
रावतपुर से काकादेव स्टेशन तक गोमती की जिम्मेदारी
‘गोमती‘ टीबीएम मशीन को रावतपुर स्थित लॉन्चिंग शाफ्ट से लॉन्च करने से पहले विगत कुछ दिनों से इसके सभी हिस्सों को 15 मीटर गहरे लॉन्चिंग शाफ्ट में ‘लोअरिंग’ यानी जमीन के नीचे उतारने की प्रक्रिया चल रही थी। इस मशीन के सभी हिस्सों को कंपनी बाग चौराहा के निकट स्थित रिट्रीवाल शाफ्ट से निकालकर रावतपुर स्थित लॉन्चिंग शाफ्ट में लोअर किया गया, जिसके बाद इसके सभी घटकों के असेंबलिंग की प्रक्रिया पूरी की गई। मशीन ने आरंभ में 7 रिंग्स वाले रिएक्शन फ्रेम का निर्माण पूरा किया, जिसके बाद आज से स्थायी रिंग्स लगाने की प्रक्रिया आरंभ कर दी गई। इस अवसर पर यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने बताया कि, कॉरिडोर-1 के शेष सेक्शन के साथ-साथ कॉरिडोर-2 का सिविल निर्माण कार्य भी तेजी से आगे बढ़ रहा है।
आज रावतपुर से डबल पुलिया स्टेशन तक ‘डाउनलाइन‘ पर टनल निर्माण के लिए ‘गोमती’ टीबीएम मशीन को लॉन्च कर दिया गया। यह मशीन ‘डाउनलाइन‘ पर रावतपुर से काकादेव स्टेशन तक लगभग 780 मीटर लंबे टनल का निर्माण करेगी। काकादेव स्टेशन पहुंचने पर मशीन को ‘ड्रैगिंग प्रणाली‘ की मदद से एक सिरे से दूसरे तक ‘ड्रैग‘ किया जाएगा। उसके बाद यह मशीन ‘डाउनलाइन‘ पर आगे डबल पुलिया स्टेशन तक लगभग 1020 मीटर टनल का निर्माण पूरा करेगी। टीबीएम मशीनें, ‘अर्थ प्रेशर बैलेंस’ प्रणाली के तहत शहर के सबसे व्यस्त इलाकों में भी पूरी सुरक्षा के साथ टनल निर्माण करने में सक्षम हैं। निकट भविष्य में कॉरिडोर-2 के सुविधापूर्ण मार्ग के खुल जाने से रेलवे लाइन के दोनों तरफ के लोगों को निर्बाध आवागमन का लाभ मिलेगा।
गौरतलब है कि, वर्तमान में लगभग 24 किमी लंबे कॉरिडोर-1 यानी आईआईटी-नौबस्ता के अंतर्गत कानपुर मेट्रो की यात्री सेवाएं 9 किमी लंबे प्रॉयरिटी कॉरिडोर में आईआईटी से मोतीझील के बीच चल रहीं हैं, जिनके जल्द ही कानपुर सेंट्रल तक विस्तार की संभावना है। सेंट्रल से नौबस्ता तक शेष सेक्शन और लगभग 8.60 किमी लंबे संपूर्ण कॉरिडोर-2 (सीएसए-बर्रा 8) का सिविल निर्माण कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है।