
-काकादेव पुलिस ने विजयनगर से बरामद कीं “कातिल के खजांची” की तीन काले रंग की लग्जरी गाड़ियां
-करोड़ों की कारों और एसयूवी पर नहीं थी कोई नंबर प्लेट
- तीन मे से एक कार की सीट पर पड़ी मिली नंबर प्लेट से हुई मालिक की पहचान
- विकास के गुर्गों की कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस ने एक दिन पूर्व ही जय बाजपेई के घर डाली थी दबिश
- पुलिस कर रही थी फिर वही गल्ती, पकड़ने के बाद थाने से ही छोड़े दे रही थी पुलिस
- सूत्रों के अनुसार पांच साल में ही कंगाल से अरबपति हो गया जय बाजपाई
कानपुर। आठ पुलिसकर्मियों के कातिल विकास दुबे के उपयोग में आने वाली तीन लग्जरी कारों से अपना पिंड छुड़ाने के चक्कर मे फरार शातिर का खजांची जय बाजपाई पुलिस के हत्थे चढ़ गया। पुलिस से बचने के लिये विकास दुबे के खजांची, शहर के हर्षनगर निवासी जय बाजपाई ने तीन सुपर लग्जरी कारों और एसयूवी को घर से दूर भिजवाकर सड़क पर लावारिस खड़ा करवा दिया। सूचना पर गाड़ियों को उठाकर काकादेव पुलिस थाने ले आई। इनमे एक ऑडी, दूसरी फॉर्च्यूनर और तीसरी वरना है।

पुलिस ने तीन कारों में से एक वरना की पिछली सीट पर पड़ी मिली नंबर प्लेट (यूपी78 एफसी 7070) से मालिक की पहचान हुई। रजिस्ट्रेशन जिन लोगों के नाम निकला वो सभी छोटी-मोटी प्राइवेट नौकरी करने वाले निकले। सूटों के अनुसार इन सब ने पुलिस को बताया कि ये सभी लग्जरी गाड़ियां तो हर्ष नगर निवासी जय बाजपेई और कोई “भैया जी” (शायद विकास दुबे) इस्तेमाल करते थे। काकादेव पुलिस ने तत्काल जय बाजपेई को उठा लिया। एक दिन पूर्व ही पुलिस ने विकास के साथियों की कॉल डिटेल्स में जय बाजपेई का नंबर मिलने पर उसके हर्ष नगर स्थित आवास “जय विला” पर छापा भी मारा था। इसके बाद आज कारें विजय नगर में लावारिस खड़ी मिलीं। बताया गया कि जय बाजपेई का छोटा भाई शोभित बाजपेई इन काली गाड़ियों को सड़क पर यूं ही खड़ा कर निकाल गया था पल्सर 220 से। पुलिस अब शोभित को भी तलाश कर रही है।

जय बाजपाई से पुलिस ने उसके काम धंधे के बारे में और इतनी अधिक इनकम के स्त्रोत के बारे में जानकारी मांगी। लेकिन वो अपनी आय का कोई सही सोर्स नहीं बता पाया। गाड़ियों पर नंबर प्लेटें क्यों नहीं लगी हैं? इस बात का भी जय बाजपेई कोई जवाब पुलिस को नहीं दे सका। बाद में उसने पत्रकारों के सामने कैमरे पर कबूल लिया कि पुलिस की पूछताछ से बचने के चक्कर मे घर से गाड़ियां हटवा दीं। उधर चंद पुलिस सूत्रों के ही अनुसार जय बाजपेई विकास दुबे के संरक्षण में ही “हवाले का और मादक पदार्थों” का धंधा करके 5 साल में करोड़पति बन गया। उसने कानपुर और बाहर अरबों रुपये की बेनामी संपत्ति बना ली है। पुलिस दूसरे जनपदों में और दिल्ली में इसका क्राइम रिकॉर्ड ढूंढ रही है। उधर काकादेव थाने में विकास दुबे से जुड़े व्यक्ति की कारें पकड़े जाने की सूचना पर पहुंची मीडिया के सामने ही पहले आरोपी जय बाजपेई को छोड़ने का भी प्रयास किया गया। बाद में दबाव में आकर सीओ स्वरूप नगर ने उसको पूछताछ के लिए रोका।
मशहूर कॉमेडियन अन्नू अवस्थी को भी पुलिस ने पूछताछ बैठाया
-कई फोटोग्राफ्स में फ़िल्म एक्टर और कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव भी दिखे विकास दुबे और उसके ‘खजांची’ के संग
कानपुर। गैंगस्टर विकास दुबे से संभावित तौर पर जुड़ी 3 काली करें मिलने के बाद, कुछ ही घंटों की पड़ताल में कई सनसनीखेज तथ्य पुलिस के हाथ लगे। इनमें कई ऐसी फोटोग्राफ्स पुलिस को मिलीं जिनमें कानपुर के मशहूर कॉमेडियन और कार व्यवसायी अन्नू अवस्थी सहित कॉमेडी किंग राजू श्रीवास्तव भी जय बाजपाई और पुलिस कर्मियों के कातिल विकास दुबे के साथ गलबहियां डाले खड़े हैं। कुछ और सबूत मिलने पर अधिकारियों के आदेश पर काकादेव पुलिस ने कॉमेडियन अन्नू अवस्थी को पूछताछ के लिए थाने में बैठा लिया। खबर लिखे जाने तक वो थाने में थे। कुछ अधिकारियों के अनुसार शादी-विवाह समारोह की फोटुओं में जय बाजपेई और विकास दुबे के साथ जितने भी लोग दिख रहे हैं, उनसे पूछताछ की जा सकती है। इनमे एक नाम कॉमेडी किंग राजू श्रीवास्तव का भी है।












