कानपुर : बारादेवी-नौबस्ता के लिए 5 स्टेशनों के प्रवेश द्वार तैयार, यात्रियों को होगी सुविधा

  • बारादेवी-नौबस्ता एलिवेटेड सेक्शन के पांचों स्टेशनों के प्रवेश द्वार तैयार हुए।
  • स्टेशनों में तकनीकी कक्षों का निर्माण भी पूरा हुआ।
  • 5 स्टेशनों पर कुल 10 प्रवेश द्वार बनाए गए हैं।

कानपुर : मेट्रो के कॉरिडोर-1 (आईआईटी से नौबस्ता) के अंतर्गत लगभग 5 किलोमीटर लंबे बारादेवी-नौबस्ता एलिवेटेड सेक्शन का सिविल निर्माण कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है। उक्त सेक्शन के सभी पांच स्टेशन; बारादेवी, किदवई नगर, वसंत विहार, बौद्ध नगर और नौबस्ता अब तेजी से अपना अंतिम स्वरूप लेते दिख रहे हैं। सेक्शन के सभी 5 स्टेशनों के प्रवेश द्वारों के निर्माण का काम अब पूरा कर लिया गया है।

बारादेवी से नौबस्ता तक सभी स्टेशन बॉक्स तैयार हो जाने के बाद अब सड़क से स्टेशन तक पहुंचने के लिए द्वार, सीढ़ियां और रास्ते भी तैयार हैं। सभी स्टेशनों में तकनीकी कक्षों का निर्माण भी पूरा हो गया है। इसके बाद स्टेशनों के फ़्लोरिंग, फिनिशिंग और सिस्टम इंस्टॉलेशन का काम तेजी से आगे बढ़ रहा है।

बता दें कि बारादेवी-नौबस्ता एलिवेटेड सेक्शन के सभी स्टेशनों के प्लेटफॉर्म लेवल की ढलाई का कार्य पिछले साल सितम्बर में पूरा किया गया था। इसके बाद जनवरी में प्लेटफॉर्म की छतों के लिए प्री इंजीनियर्ड बिल्डिंग (पीईबी) स्ट्रक्चर के परिनिर्माण का कार्य पूरा किया गया। इन कार्यों के साथ ही स्टेशनों के कॉनकोर्स लेवल या प्रथम तल पर तकनीकी कक्षों के निर्माण का काम भी बढ़ रहा था, जिसे पूरा कर लिया गया है।

स्टेशनों पर चल रहे निर्माण कार्यों के अलावा दोनों लाइनों (‘अप-लाइन‘ और ‘डाउन-लाइन‘) पर ट्रैक निर्माण का कार्य भी तेजी से आगे बढ़ रहा है। बारादेवी से नौबस्ता तक रेल (पटरियों) के वेल्डिंग का कार्य पूरा किया जा चुका है और अब इनके नीचे कंक्रीट स्लैब के ढलाई की प्रक्रिया चल रही है। विदित हो कि कानपुर मेट्रो के बैलास्ट-लेस (गिट्टी-रहित) ट्रैक में गिट्टी के बेस की जगह कंक्रीट के स्लैब का प्रयोग होता है।

यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक श्री सुशील कुमार ने इस अवसर पर कहा कि, “कानपुर मेट्रो के बारादेवी-नौबस्ता एलिवेटेड सेक्शन के पांचों स्टेशनों को भी प्रायोरिटी कॉरिडोर के तर्ज पर डिजाइन किया गया है। सभी स्टेशनों के प्लेटफॉर्म की छत के निर्माण में प्री इंजीनियर्ड बिल्डिंग (पीईबी) स्ट्रक्चर का प्रयोग किया गया है। सेक्शन पर ट्रैक निर्माण की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है। तकनीकी कक्षों के निर्माण के साथ समय की बचत के लिए विभिन्न विभागों से संबंधित सिस्टम इंस्टॉलेशन के कार्य भी किए जा रहे हैं। मुझे खुशी है कि हमारी पूरी टीम और कार्यदायी संस्थाएं सुनियोजित ढंग से अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए पूरे दृढ़ संकल्प के साथ जुटी हुई हैं।“

वर्तमान में, लगभग 24 किमी लंबे कॉरिडोर-1 (आईआईटी-नौबस्ता) के अंतर्गत कानपुर मेट्रो की यात्री सेवाएं 9 किमी लंबे प्रॉयोरिटी कॉरिडोर (आईआईटी-मोतीझील) पर चल रहीं हैं। कॉरिडोर-1 के चुन्नीगंज से नौबस्ता तक बैलेंस सेक्शन के अलावा लगभग 8.60 किमी लंबे कॉरिडोर-2 (सीएसए-बर्रा 8) के दोनों सेक्शन का निर्माण कार्य भी तेजी से आगे बढ़ रहा है।

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