
कानपुर। जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने बरनाव, पतारा स्थित वृहद गो आश्रय स्थल का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण में कई कमियां सामने आईं। मुख्य मार्ग से गौशाला तक जाने वाला रास्ता खराब स्थिति में मिला। गौशाला में पशुओं को हरे चारे की जगह सूखा चारा दिया जा रहा था। चारे में चूनी-चोकर की मात्रा भी बहुत कम थी। साथ ही सूखे चारे में पानी की कमी पाई गई।
डीएम ने इस लापरवाही पर नाराजगी जताई। उन्होंने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी और खंड विकास अधिकारी को गौशाला की अन्य कमियों की जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। ग्राम प्रधान को कारण बताओ नोटिस जारी करने के साथ अन्य कर्मचारियों पर कार्रवाई के आदेश दिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि मूक पशुओं के साथ अमानवीय व्यवहार उचित नहीं है। उन्होंने बताया कि शासन से प्रति पशु प्रतिदिन 50 रुपये खर्च करने का प्रावधान है। इसके बावजूद पशुओं को पर्याप्त सुविधाएं नहीं मिल रही हैं, जो चिंता का विषय है।