
कानपुर। एक बार फिर सीएमओ आफिस सुर्खियों में आ गया। डीएम द्वारा मीटिंग में अपमानित करने के आरोप से शुरू हुए विवाद के बाद हटाए गए हरदत्त नेमी ने आखिरकार कानूनी दाव पेंच के जरिए अपना सम्मान बचा लिया।
सम्मान की इस लड़ाई में सीएमओ हरिदत्त ने सभी सवालों के जवाब में कहा कि शासन के आदेश पर ज्वाइनिंग की है। इसके अलावा कुछ नहीं कहना। सात महीने में तीसरी बार सीएमओ का पद ज्वाइन करने वाले पहले सीएमओ है।
डीम जितेंद्र प्रताप से विवाद के बाद हटाए गए सीएमओ ने गुरुवार को ज्वाइन किया। कुछ देर बाद ही शासन के दो अफसर आए और जांच की।
वहीं भगवा तौलिए से रंगी उनकी कुर्सी आज नीले रंग के तौलिए में दिखी। यानी एक बार फिर कुर्सी ही चर्चा में है। नीले रंग का तौलिया सीएमओ की कुर्सी पर बहुत कुछ कह रहा है।
वहीं, सीएमओ हरदत्त के जाने के बाद खुश दिखने वाले उनके विरोधी आफिस में कहीं नहीं दिखे।
हालांकि मीडिया से भी सीएमओ ने दूरी बनाकर रखी। शाम पांच बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस करने की बात कही।