दैनिक भास्कर ब्यूरो ,
कानपुर। गुरूवार को मामले में आरोपी जितेन्द्र को भी हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत मिल गयी तो वहीं प्रियरंजन आशू दिवाकर की भी अग्रिम जमानत के लिये आवेदन कर दिया गया। वहीं पुलिस कुर्की की तैयारी में लगी है। वहीं कोर्ट की अवमानना का एक और मुकदमा आशु दिवाकर के खिलाफ चकेरी थाने में दर्ज किया गया है।
चकेरी के किसान बाबू सिंह की करोड़ो की जमीन को औने पौने दाम में बरगला कर बाल सरंक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियांजन दिवाकर उर्फ आशू ने अपने नोयडा के दोस्त बिल्डर राहुल जैन को पच्चीस लाख में एग्रीमेंट करवा दिया था। बहाने से तीन करोड़ की दी हुई चेक भी वापस ले ली और न ही पच्चीस लाख दिये। अपनी जमीन पर कब्जा होते देख 25 सितम्बर को बाबू सिंह ने ट्रेन के सामने कूदकर जान दे दी थी।
इस मामले में प्रियरंजन समेत बिल्डर राहुल जैन, बबलू, जितेन्द्र समेत सात को आरोपी बनाया गया था। इस मामले मे मुख्य आरोपी प्रियरंजन पर एक लाख का इनाम भी घोषित है लेकिन पुलिस उसे आज तक नहीं पकड़ पायी। कोर्ट ने उसे फरार घोषित कराकर कुर्की के लिये पुलिस प्रयासरत है। इस बीच जेल गये बिल्डर रहुल जैन को जमानत मिल चुकी है तो वहीं जितेन्द्र को भी हाईकोर्ट से जमान्त मिल गयी। इसकी जानकारी किसान के परिजनों को हुई तो उनका दर्द छल्लक आया।
बेटी काजल ने कहा कि एक के बाद एक आरोपियों को जमानत मिल रही है पुलिस मुख्य आरोपी को नहीं पकड़ पायी है। अभी तक उनकी जमीन भी उन्हें वापस नहीं मिली है। बेटियों ने कहा अगर उन्हें न्याय नहीं मिला तो वे सीधे मुख्यमंत्री के पास जायेंगी और कोई बड़ा कदम उठायेगी।
Dainikbhaskarup.com अब WhatsApp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरें
https://whatsapp.com/channel/0029Va6qmccKmCPR4tbuw90X