कन्नौज : घर पर क्लीनिक चला रहे झोलाछाप डॉक्टर के इलाज से ग्रामीण की मौत, दवाखाना पर ताला डालकर फरार

कन्नौज। झोलाछापों के फर्जी उपचार करने के कारोबार का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। स्वास्थ्य विभाग की जागरूकता के बाद भी झोलाछापों के इस कारोबार के चलते कई लोग अपनी जिंदगी को तक दांव पर लगा देते हैं, बल्कि कहें तो कई मरीज अपनी जिंदगी तक हार जाते हैं। ऐसा ही एक मामला बुधवार को सदर कोतवाली के गांव फिरोजपुर तारन गांव में सामने आया है। झोलाछाप के इलाज के दौरान हुई ग्रामीण की मौत के बाद जहां परिजनों में कोहराम मच गया वहीं मृतक के पुत्र ने मामले का खुलासा किया है।

मृतक के पुत्र अमन की जानकारी के मुताबिक गांव का ही एक युवक अपने ही घर पर क्लीनिक चलाकर लोगों का उपचार करता है। अमन के मुताबिक बीती 9 नवंबर को उनके पिता अनोखेलाल 55 वर्ष की तबियत खराब हो गई थी। ऐसे में गांव के इसी क्लीनिक संचालक वरूण दुबे उर्फ अमित पुत्र कुलदीप दुबे को उसके ही घर पर चलने वाले क्लीनिक पर दिखाया गया। चिकित्सक द्वारा अनोखेलाल को भर्ती कर लिया गया और सही करने का दावा भी परिजनों से किया गया।

दो दिन तक क्लीनिक पर उपचार चलने के बाद बीती रात अनोखेलाल की मौत हो गई। मृतक के पुत्र का आरोप है कि, उसके पिता की उपचार के दौरान मौत होने के मामले की जानकारी उसको और उसके परिवार को तब हुई जब वह क्लीनिक पर पहुंचे। क्लीनिक पर जहां ताला लगाकर चिकित्सक फरार था वहीं मृतक का शव घर के बाहर रखा हुआ मिला। परिजन मृतक का शव लेकर घर वापस आ गए। मृतक के पुत्र अमन का कहना था कि चिकित्सक के द्वारा उसके पिता को गलत इंजेक्शन देने के कारण उनकी मौत हुई है।

मामले को लेकर बुधवार की सुबह मृतक के परिजनों द्वारा पुलिस को घटना की लिखित शिकायत करते हुए दोषी पर कार्यवाही की मांग की गई। पीड़ित परिवार की शिकायत पर पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी थी।

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