कन्नौज : खूनी हमलावरों से दहशत में बेटियां, पुलिस के हॉफ इनकाउंटर से संतुष्ट नहीं, आत्महत्या की चेतावनी

कन्नौज। कुतलूपुर मोहल्ले में बीती 22 सितंबर को दिनदहाड़े हुई लूटपाट और महिला हत्या की घटना ने पूरे इलाके में सनसनी मचा दी। दिवंगत बैंक कैशियर के परिवार पर पत्थर लगाने वाले मिस्त्री और उनके सहयोगियों ने न केवल लाखों की लूटपाट की, बल्कि परिवार की एक बेटी को बंधक बना लिया और मां को मौत के घाट उतार दिया।

घटना का पूरा विवरण

फतेहपुर जिले के बलुआपुर निवासी दिवंगत बैंक कैशियर अर्जुन श्रीवास्तव पिछले कई वर्षों से कन्नौज में पत्नी सुनीता और बेटियों कोमल व दीया के साथ रह रहे थे। बीते वर्ष अर्जुन की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी।

घर में पत्थर और टाइल लगाने का काम मिस्त्री जसवंत और सूरज कश्यप (ससुर/दामाद) कर रहे थे। तीन महीने तक काम करने के बावजूद किसी को अंदेशा नहीं था कि ये लोग खौफनाक मंसूबे रच रहे हैं। 22 सितंबर को इन अपराधियों ने दिनदहाड़े कोमल को बंधक बनाते हुए सुनीता पर हमला किया और उन्हें मौत के घाट उतार दिया। इसके साथ ही लाखों की लूटपाट भी की गई।

पुलिस कार्रवाई

घटना के तुरंत बाद पुलिस ने अपराधियों की तलाश शुरू कर दी। 26 सितंबर को पुलिस ने एक आरोपी को हॉफ इनकाउंटर में पकड़ लिया। उसके पास से असलहा, लूटी गई ज्वैलरी और नकदी बरामद हुई। पुलिस ने अपराधियों पर गिरफ्तारी के लिए 50-50 हजार का इनाम भी घोषित किया था।

बेटियों की प्रतिक्रिया

मां की हत्या और खुद को बंधक बनाए जाने के बाद दोनों बेटियां कोमल और दीया अभी भी सदमे में हैं। बेटियों का कहना है कि पुलिस के द्वारा एक आरोपी का हॉफ इनकाउंटर उन्हें संतुष्ट नहीं करता। उनका आरोप है कि यदि पुलिस पहले ही सख्त कदम उठाती, तो मां की जान बच सकती थी।

दोनों बेटियों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से अपील की है कि अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए, अन्यथा वे आत्महत्या करने को विवश हो सकती हैं। बेटियों ने कहा कि हत्यारों के खुले घूमने से उनका जीवन लगातार खतरे में है और उन्हें डर है कि अगला शिकार कोई और हो सकता है।

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