कैथल जिला परिषद में 7 करोड़ रुपये के सफाई घोटाले में एंटी करप्शन ब्यूरो(एसीबी) ने शुक्रवार को दो अन्य आरोपितों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार लोगों में नरवाना के गांव बडनपुर से पकड़े गए आरोपित ठेकेदार कमलजीत और दी-कैथल सरस्वती को-ऑपरेटिव सोसाइटी के मालिक शेखर शामिल हैं। इनके खाते में घोटाले के 88.19 लाख रुपये ट्रांसफर किए गए थे। दोनों आरोपितों को शनिवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
एसीबी की जांच में अबतक एसडीओ, जेई, लेखाकार समेत 10 आरोपित गिरफ्तार किए जा चुके हैं। अधिकारियों ने करीब ढाई करोड़ रुपये की संपत्ति और 16 लाख रुपये नकद बरामद किए हैं। ब्यूरो ने आठ आरोपितों के खिलाफ 50 हजार पन्नों का चालान कोर्ट में पेश किया है। बाकी फरार आरोपितों को पीओ घोषित करने की कार्रवाई चल रही है। एसीबी द्वारा घोटाले के 8 आरोपितों के खिलाफ कोर्ट में चालान दिया गया है। इनमें पंचायती राज के तत्कालीन एसडीओ नवीन गोयत (जो अब रोहतक में एक्सईएन थे), पंचायती राज के जेई जसबीर सिंह, अकाउंटेंट कुलवंत सिंह के साथ पंचायती राज के ठेकेदार गांव फरियाबाद निवासी दिलबाग सिंह, गांव क़ुतुबपुर निवासी अभय संधू, ठेकेदार राजेश पूंडरी, पूंडरी निवासी ठेकेदार अनिल गर्ग सहित ठेकेदार रोहताश का नाम भी शामिल है।