Kainchi Dham :  कैंची धाम में लागू होगी नई व्यवस्था…अब बिना भीड़-भाड़, शांति से कर सकेंगे दर्शन

नैनीताल। उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित बाबा नीम करौली महाराज का प्रसिद्ध कैंची धाम हर साल लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र बनता है। बढ़ती हुई भीड़ को व्यवस्थित ढंग से नियंत्रित करने के लिए अब प्रशासन वैज्ञानिक और तकनीकी उपाय अपना रहा है। इसी क्रम में धाम और उसके आसपास के क्षेत्रों की केयरिंग कैपेसिटी यानी अधिकतम सुरक्षित और आरामदायक दर्शन की सीमा तय करने हेतु सर्वे शुरू किया गया है।

इस सर्वे में मंदिर परिसर, पार्किंग, सड़कें, आवास, पर्यटक सुविधाएं और वाहनों की आवाजाही जैसे पहलुओं का विश्लेषण किया जाएगा। छह माह में पूरा होने वाला यह अध्ययन भविष्य में भीड़ नियंत्रण की नई व्यवस्था लागू करने का आधार बनेगा।

क्षेत्रीय पर्यटन को भी मिलेगा लाभ
पर्यटन सचिव धीराज गर्ब्याल ने बताया कि सर्वे से यह भी स्पष्ट होगा कि कैंची धाम आने वाले श्रद्धालुओं में कितने केवल दर्शन के लिए आते हैं और कितने अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, बागेश्वर जैसे अन्य पर्यटन स्थलों की ओर भी जाते हैं। इससे क्षेत्रीय पर्यटन का संतुलित विकास सुनिश्चित किया जा सकेगा।

इस बीच, मंदिर परिसर और मुख्य मार्गों पर सीसीटीवी व एनसीआर कैमरे लगाए गए हैं, जिनसे श्रद्धालुओं और वाहनों की रियल-टाइम मॉनिटरिंग की जा रही है। होमस्टे, गेस्ट हाउस और पार्किंग स्थलों का डेटा भी एकत्र किया जा रहा है, ताकि भीड़ का सटीक अनुमान लगाया जा सके। प्रशासन ने संकेत दिए हैं कि भविष्य में यहां ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन सिस्टम लागू किया जा सकता है, जैसा कि चारधाम यात्रा में पहले से है। इस प्रणाली के तहत श्रद्धालु पहले से समय स्लॉट बुक कर सकेंगे, जिससे भीड़ प्रबंधन और आपात स्थिति में त्वरित नियंत्रण संभव होगा।

पर्यटन सुविधाओं का विस्तार
धीराज गर्ब्याल ने बताया कि मानसून समाप्त होते ही धाम में पर्यटन सुविधाओं के विस्तार पर काम शुरू होगा। इसमें बेहतर पार्किंग, सड़क सुधार, स्वच्छता व्यवस्था को मजबूत करना और आवास क्षमता बढ़ाने जैसे कार्य शामिल होंगे। प्रशासन का मानना है कि इन प्रयासों से श्रद्धालुओं को जहां सुरक्षित और सुव्यवस्थित दर्शन अनुभव मिलेगा, वहीं क्षेत्रीय विकास को भी नई गति प्राप्त होगी।

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