
हनुमान जी के परम भक्त नीम करोली बाबा का आश्रम कैंची धाम, उत्तराखंड के नैनीताल शहर के पास स्थित है, जो विशेष रूप से हनुमान जन्मोत्सव पर श्रद्धालुओं के लिए एक प्रमुख स्थल बनता है। इस बार हनुमान जन्मोत्सव 12 अप्रैल 2025 को मनाया जा रहा है, और इस दिन विशेष रूप से कैंची धाम की यात्रा करने के लिए उपयुक्त समय होता है। आइए जानते हैं इस यात्रा के बारे में विस्तार से:
कैंची धाम कैसे पहुंचे?
- दिल्ली से यात्रा:
- दिल्ली से नैनीताल की दूरी लगभग 324 किलोमीटर है, जिसे आप बस या ट्रेन के माध्यम से लगभग 6 से 7 घंटे में तय कर सकते हैं।
- नैनीताल से कैंची धाम की दूरी सिर्फ 17 किमी है, जिसे आप टैक्सी, किराए पर स्कूटी या निजी वाहन से आसानी से जा सकते हैं।
- हवाई यात्रा:
- अगर आप हवाई मार्ग से यात्रा करना चाहते हैं, तो कैंची धाम के लिए सबसे नजदीकी हवाई अड्डा पंतनगर है, जो लगभग 70 किमी दूर है। यहां से आप टैक्सी या बस से आश्रम तक पहुंच सकते हैं।
- रेल यात्रा:
- निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम है, जो कैंची धाम से 38 किमी दूर है। वहां से टैक्सी या बस से आश्रम पहुंच सकते हैं।
नीम करोली बाबा के आश्रम का खर्च
- यात्रा का खर्च:
- दिल्ली से नैनीताल तक बस या ट्रेन का किराया लगभग 300 से 800 रुपये तक हो सकता है।
- नैनीताल से कैंची धाम तक टैक्सी या बस का खर्च 500 से 1000 रुपये के बीच हो सकता है।
- रुकने का खर्च:
- आश्रम में रुकने के लिए शयनगृह से लेकर निजी कमरे तक विकल्प उपलब्ध हैं। यहां रहने का खर्च लगभग 200 रुपये प्रति दिन हो सकता है।
- भोजन:
- आश्रम में भोजन का खर्च बहुत कम होता है, और श्रद्धालुओं से केवल नाममात्र के पैसे लिए जाते हैं।
कैंची धाम में क्या करें?
- सत्संग में भाग लें:
- नीम करोली बाबा के आश्रम में भिक्षुओं द्वारा आयोजित सत्संग में शामिल हो सकते हैं, जहां भक्ति और ध्यान की गतिविधियाँ होती हैं।
- पुस्तकालय में पढ़ाई:
- आश्रम में एक पुस्तकालय भी है, जहां आगंतुक आध्यात्मिकता और दर्शन पर आधारित किताबें पढ़ सकते हैं।
- प्राकृतिक सुंदरता का आनंद लें:
- कैंची धाम के आसपास की सुंदर पहाड़ियाँ और जंगल के रास्तों पर ट्रैकिंग का अनुभव ले सकते हैं।
- नैनीताल की सैर:
- कैंची धाम के पास ही नैनीताल स्थित है, जहां आप झीलों और अन्य दर्शनीय स्थलों का आनंद ले सकते हैं।
हनुमान जन्मोत्सव पर कैंची धाम की यात्रा न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह एक आध्यात्मिक अनुभव भी है। यहां की शांति और प्राकृतिक सुंदरता आपको मानसिक शांति और दिव्य ऊर्जा से भर देती है।