ज्योतिरादित्य सिंधिया ने साफ किया… ‘संचार साथी’ एप अनिवार्य, पर यूजर इसे डिलीट कर सकते हैं

नई दिल्ली : केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने स्पष्ट किया कि ‘संचार साथी’ एप पूरी तरह यूजर के नियंत्रण में होगा और इसे डिलीट किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यह एप अन्य सामान्य एप्स की तरह ही है और इसमें रजिस्टर करना अनिवार्य नहीं है। एप का उद्देश्य नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना और धोखाधड़ी, फ्रॉड से बचाव करना है।

सिंधिया ने विपक्ष के आरोपों को बेबुनियाद बताया और कहा कि एप को अनिवार्य तरीके से कंपनियों द्वारा इंस्टॉल किया जाएगा, लेकिन इसका इस्तेमाल पूरी तरह उपयोगकर्ता की पसंद पर निर्भर करेगा। यदि कोई इसे इस्तेमाल नहीं करना चाहता तो एप डॉरमेंट रहेगा, और यूजर चाहें तो इसे आसानी से डिलीट कर सकते हैं।

उन्होंने कहा, “सरकार की जिम्मेदारी है कि हर नागरिक तक यह एप पहुंचे। इससे लोगों को चोरी और फ्रॉड से बचाने में मदद मिली है। अब कोई भी भ्रम नहीं होना चाहिए—जैसा आप किसी अन्य एप को डिलीट करते हैं, वैसे ही इसे भी डिलीट किया जा सकता है। पिछले एक साल में देश में करोड़ों रुपये के फ्रॉड रोकने में यह एप सहायक रहा है।”

सिंधिया ने यह भी जोड़ा कि उपभोक्ता सुरक्षा और नागरिकों की सुविधा ही इस एप का मुख्य उद्देश्य है, न कि निजता का उल्लंघन।

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