लखनऊ। राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यपालक अध्यक्ष व न्यायाधीश सर्वोच्च न्यायालय भूषण रामकृष्ण गवई ने लखनऊ में गोमती नगर विस्तार स्थित उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के नवनिर्मित कार्यालय भवन का उद्घाटन किया। उद्घाटन समारोह में पहुंचें न्यायमूर्ति भूषण रामकृष्ण गवई ने कार्यालय के शिलापट्ट का अनावरण कर फीता काटा और प्रांगण में एक पौधा लगाकर कार्य आरम्भ कराया।
कार्यक्रम के दौरान माननीय न्यायमूर्ति मनोज कुमार गुप्ता ने विधिक सेवा प्राधिकरण की उपलब्धियों को साझा कर लोक अदालतों के माध्यम से वादों के निस्तारण में की गई प्रगति पर प्रकाश डाला। न्यायमूर्ति अरुण भंसाली ने बंदियों के मानवाधिकार और उनके पुनर्वास पर जोर दिया। न्यायमूर्ति विक्रम नाथ ने “अंडर ट्रायल रिव्यू कमेटी” की भूमिका और बाल अपराधियों को आत्मनिर्भर बनाने की आवश्यकता पर अपनी बात रखी। कार्यक्रम के आखिर में न्यायमूर्ति गवई ने राज्य प्राधिकरण द्वारा विधिक सेवा के क्षेत्र में किए गए कार्यों की प्रशंसा करते हुए सुदृढ़ता को और बढ़ाने को कहा।
कार्यक्रम में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव, नवनियुक्त सिविल जज, समाज कल्याण अधिकारी, प्रोबेशन अधिकारी, कानूनी सहायता के अधिवक्ता, पराविधिक स्वयंसेवक, और विभिन्न लॉ कॉलेजों के छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन शिखा श्रीवास्तव और निशांत देव ने किया। न्यायमूर्ति ए.आर.मसूदी ने सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का धन्यवाद किया।