भास्कर समाचार सेवा
मथुरा(वृंदावन)। दिल्ली के मुंडका इलाके में आग लगने से 27 मासूम लोगो की जान चली गयी। मामला लापरवाही का निकला। कुछ ऐसी ही लापरवाही नगर के सौ शैय्या अस्पताल के रियलिटी चेक में सामने आयी है। करीब तीन साल से अस्पताल का फायर सिस्टम पूरी तरह धराशायी हो चुका है। लेकिन अस्पताल प्रबंधन सिर्फ कागजी कार्यवाही में लगा है। नगर के प्रमुख सौ शैय्या अस्पताल में प्रबंधन की घोर लापरवाही सामने आयी है।जो मरीजों के लिये जानलेवा साबित हो सकती है। अस्पताल का फायर सिस्टम पूरी तरह ध्वस्त हो चुका है। अस्पताल के फायर सिस्टम का यह हाल पिछले कई सालों से बना हुआ है।आप वीडियो में खुद देख सकते है। कि रखरखाव के अभाव में जंग लगने से वाटर सप्लाई के पाइप टूटकर अलग हो चुके है।जबकि मुख्य इमारत में लगे उपकरण लगभग गायब ही है। अस्पताल की यह स्थिति तब है। जब लगातार वीआईपी का मूवमेंट निरीक्षण के लिए होता रहता है। और हर बार आल ओके का सर्टिफिकेट दे दिया जाता है।महज एक पखवाड़े पहले ही डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी वही रटारटाया जबाब दिया।जबकि मीडिया द्वारा यह मामला उनके संज्ञान में लाया गया था।अस्पताल के सीएमएस डाक्टर संजीव जैन के अनुसार शासन को रिपोर्ट कई बार भेजी जा चुकी है। लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं की गई है।