
रोहतक : मारपीट में घायल हुए गांव कसरैंटी निवासी जोगेंद्र ने मंगलवार सुबह पीजीआई राेहतक में दम तोड़ दिया। परिजनों ने पुलिस पर कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए शव लेने से इंकार कर दिया। परिजनों का कहना है कि 14 दिन के बाद भी पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कोई कारवाई नहीं की और इस दौरान आरोपी ने परिजनों ने को शिकायत वापिस लेने की धमकी तक दी। परिजनों ने पुलिस ने इस बारे में अवगत कराया, लेकिन पुलिस ने कोई कारवाई नहीं की। परिजनों ने कहा है कि जब तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाता, वह शव का संस्कार नहीं करेंगे।
पुलिस के अनुसार गांव कसरैंटी निवासी अनिल व जोगेंद्र को एक अक्टूबर रात को ब्लाॅक समिति के वाईस चेयरमैन सुनील उर्फ शीला ने झगड़ा किया था और अपने साथियों के साथ मिलकर दोनों युवकों पर हमला कर दिया था, जिससे अनिल व जोगेंद्र गंभीर रुप से घायल हो गए और दोनों को सिविल अस्पताल में भर्ती कराया था, जोगेंद्र की हालत गंभीर होने के चलते उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था और बाद में परिजन उसे पीजीआई ले गए, जहां पर मंगलवार सुबह उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई। सूचना पाकर पुलिस पीजीआई पहुंची और शव को अपने कब्जे में ले लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया, लेकिन परिजनों ने पोस्टमार्टम करवाने से इंकार कर दिया।
झगडे़ के बाद अनिल व जोगेंद्र को जब सिविल अस्पताल ले जाया गया तो आरोपियों ने अस्पताल में भी दोनों पर हमला किया था, इस मामले में शिकायत भी दी थी, लेकिन पुलिस ने कोई कारवाई नहीं की। सांपला थाना प्रभारी बिजेंद्र सिंह का कहना है कि संबंध में पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर रखा है और मामला दर्ज होने के बाद से ही आरोपी फरार है।