झांसी : बाबा नगर सेन मंदिर की 92 डेसिमिल जमीन के लिए विहिप ने कसी कमर

झांसी : उत्तर प्रदेश में कभी समाजवादी पार्टी के ऊपर आरोप लगाये जाते थे कि सपा का यह नारा है खाली प्लॉट हमारा है। हालांकि यह नारा अब दूर-दूर तक सुनाई नहीं देता। प्रदेश में बुलडोजर बाबा की धमक ने इसे आम जनता के जेहन से दूर कर दिया है। इसके इतर महानगर के बीचो-बीच इस नारे से भी घातक स्थिति देखने को मिल रही है, जहां बाबा नगर सेन देव स्थल की तमाम जमीन होने के बावजूद उसकी छत पर भी लोगों ने कब्जा कर लिया है। आरोप है कि अब इस मंदिर के देवता की छत भी उनकी नहीं रही। यह सब तब देखने को मिल रहा है जब प्रदेश में बुलडाेजर बाबा के सुशासन की बयार बह रही है। इस मामले में विहिप समेत हिन्दू संगठन जल्द ही आंदोलन करने की तैयारी में हैं।

नगर निगम परिसर में अब अपने अस्तित्व के लिए जूझ रहा बाबा नगर सेन मन्दिर परिसर अपनी बदहाली के लिए आंसू बहा रहा है। इस मंदिर का अब महज एक हॉल भर अवशेष के रूप में रह गया है। जबकि मंदिर की छत पर भी कब्जा हो गया है। यही नहीं साजिश के तहत मंदिर की मूर्तियों को भी धीरे-धीरे गायब कर दिया गया है। पुराने अभिलेखों की मानें तो, मंदिर के नाम से 92 डेसिमिल जमीन दर्शायी गई है, जो महज अब अभिलेखों में ही रह गई है। जमीनी हकीकत यह है कि मंदिर के देवता नगर सेन बाबा की छत भी अब उनकी नहीं रह गई है।

आरोप है कि नेशनल हाफिज सिद्दकी कमेटी ने उस छत पर निर्माण कराते हुए क्लासरूम बना दिए हैं। उस पर इस ओर न तो किसी हिन्दू संगठन का ध्यान है और विवेकशील कहा जाने वाले प्रशासन व पुलिस विभाग का विवेक भी इस प्रकरण में शून्य नजर आ रहा है। हालांकि संघर्ष की अंतिम सांसें भरते हुए दलित आवास बचाओ संघर्ष समिति झांसी की छटपटाहट बीते दिनों सुनाई दी थी। इसका विरोध दर्ज कराते हुए एक बैठक वार्ड की सभाषद नीता विकास यादव की अध्यक्षता में आयोजित की गई थी। वक्ताओं ने नगर सेन बाबा मन्दिर एवं उसकी जमीन पर अवैध तरीके से नेशनल हाफिज सिद्दकी कमेटी ने निर्माण कराकर कब्जा करने का आरोप लगाया था। बाबा नगर सेन मंदिर व उसकी जमीन पर कब्जे को वाल्मीकि समाज के समस्त संगठनों ने अपनी आस्था पर हमला होना बताया था। उन्हाेंने मंदिर को कब्जा मुक्त किये जाने के लिए तीन दिन का अल्टीमेटम भी दिया था।

गौरतलब है कि नगर निगम परिसर में सैकड़ों वर्ष पुराने बाबा नगर सेन मंदिर का मामला तब सामने आया जब न्यायालय के आदेश पर हाल ही में पुलिस ने आदेश का हवाला देते हुए चंद रोज पहले 13 मकान खाली कराए। आनन फानन में कुछ एक मकानों को बुलडोजर मंगवाकर जमीदोंज करा दिया गया। जबकि न्यायालय की ओर से बुलडोजर चलाने जैसा कोई आदेश जारी नहीं किया गया था। इसके बाद से सभी 13 परिवार सड़क पर आ गए। इसके साथ ही सड़क पर आ गया अपने अस्तित्व के लिए संघर्षरत बाबा नगर सेन मंदिर। बाद में यह भी संज्ञान में आया कि जो देवस्थल अपने छत को भी गंवा चुका है पुराने अभिलेखों में उसी स्थान पर मंदिर के नाम करीब 92 डेसिमिल जमीन दर्शायी जा रही है। आखिरकार इस भूमि काे जमीन निगल गई या आसमान खा गया, यह काेई नहीं जानता। रामराज्य कहे जाने वाले इस दौर में आखिर अवैध कब्जाधारियों पर प्रशासन की नजर कब पड़ेगी इस आशा में मंदिर की गायब हुई मूर्तियां भी रहेंगी।

इस संबंध में विहिप के विभाग संगठन मंत्री सोमेंद्र सिंह ने बताया कि उनके संज्ञान में मामला आया है। हाल ही में विश्व हिन्दू परिषद अपना 61वां स्थापना दिवस मना रहा है। 27 अगस्त के बाद इस मामले पर पूरी ताकत के साथ कार्य किया जाएगा। विहिप कार्यकर्ता भारी संख्या में जल्द ही मंदिर में अभिषेक व श्री हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ करने का कार्यक्रम तय करेंगे।

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