
झांसी। जिले के एरच थाना क्षेत्र के ग्राम स्किल में एक ही परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। पहले बीमारी के चलते दो पुत्रों की मौत का ग़म झेल रहे इस परिवार ने मंगलवार को अपने तीसरे बेटे को सड़क हादसे में खो दिया। इस हृदय विदारक घटना से पूरे गांव में शोक का माहौल है, वहीं मृतक के घर में कोहराम मचा हुआ है।
घटना के संबंध में बताया गया है कि ग्राम स्किल निवासी कमलेश अहिरवार (23 वर्ष), पुत्र मुन्ना लाल अहिरवार प्रतिदिन की तरह मंगलवार की सुबह मजदूरी के लिए निकले थे। जैसे ही वह गुरसराय-पूछ मार्ग पर पहुंचे, पीछे से तेज रफ्तार अज्ञात वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भयंकर थी कि कमलेश का बायां पैर कटकर अलग हो गया।
स्थानीय लोगों ने तत्काल 108 एंबुलेंस और पुलिस को सूचना दी। घायल अवस्था में कमलेश को मोंठ ट्रामा सेंटर लाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद हालत गंभीर होने पर झांसी मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। उपचार के दौरान कमलेश ने दम तोड़ दिया।
तीन बेटों की मौत से टूटा परिवार
कमलेश के पिता मुन्ना लाल अहिरवार ने बताया कि उनके चार बेटे थे- सुल्तान, कमलेश, भरत और दिलीप। इनमें से सबसे बड़े पुत्र सुल्तान की छह साल पहले बीमारी से मौत हो गई थी। इसके बाद चार साल पहले छोटे बेटे दिलीप ने भी बीमारी के चलते दम तोड़ दिया। अब मंगलवार को सड़क हादसे में तीसरे बेटे कमलेश की मौत ने परिवार को पूरी तरह तोड़ दिया है।
अब केवल एक ही पुत्र भरत अहिरवार बचा है, जो गुजरात के बड़ोदरा में एक फैक्ट्री में काम करता है। घटना की सूचना भरत को दी गई, लेकिन दूरी के कारण वह भाई के अंतिम संस्कार में भी शामिल नहीं हो सका।
पत्नी और बच्चों का बुरा हाल
मृतक कमलेश अपने पीछे पत्नी लाड़कुंवर, 13 वर्षीय बेटा शशिकांत और 10 वर्षीय बेटा शनि को छोड़ गया है। पति की मौत की खबर सुनते ही पत्नी और बच्चों का रो-रोकर बुरा हाल है।
जमीन नहीं, मजदूरी ही सहारा
मुन्ना लाल ने बताया कि उनके पास कोई जमीन नहीं है। पूरा परिवार मेहनत-मजदूरी कर पेट पालता है। अब तीन बेटों की मौत के बाद परिवार की स्थिति और भी दयनीय हो गई है।
पुलिस ने शुरू की जांच
झांसी पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं अज्ञात वाहन और चालक की तलाश में पुलिस जांच कर रही है।