
Jhansi : झरनापति महादेव मंदिर (वार्ड नं. 47, झाँसी) में बीते कई महीनों से चल रहा विवाद अब गंभीर रूप ले चुका है। भक्तों और स्थानीय नागरिकों ने जिलाधिकारी झाँसी को शिकायती पत्र देकर मंदिर के तथाकथित सेवक पवन रावत उर्फ बलवीर रावत और उसके परिवार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। भक्तों का आरोप है कि मंदिर की सेवा के नाम पर रखे गए इस व्यक्ति ने दान पेटी की राशि का गवन किया, मंदिर से जुड़े दान किए गए सामान को गायब कर दिया और विरोध करने पर श्रद्धालुओं व स्थानीय लोगों के साथ मारपीट तक की।
नाम बदलकर खुद को बताया पंडित
भक्तों ने बताया कि पवन पुत्र नाथूराम रावत, निवासी इमामबाड़ा इतवारी गंज, उन्नाव गेट, झाँसी ने अपना नाम बदलकर “पंडित बलवीर रावत” रख लिया। वर्ष 2018 में स्व. भगवान दास एवं मोहल्लेवासियों ने इसे मंदिर सेवा के लिए नियुक्त किया था। लेकिन इसके बाद से ही इसने मंदिर में दान पेटी में जमा राशि का गलत इस्तेमाल करना शुरू कर दिया।
दान पेटी और दान किए गए सामान पर भी कब्जा
स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि दान पेटी में रखे गए रुपये, मंदिर को दान में मिले कूलर, बर्तन, जेवर, टेंट और अन्य सामग्री को गायब कर दिया गया। जब भक्तों ने हिसाब-किताब मांगा तो पवन रावत ने विवाद खड़ा कर दिया। भक्तों का कहना है कि इस दौरान उसकी पत्नी पूनम रावत और बेटे संस्कार रावत व शिवा रावत भी श्रद्धालुओं के साथ अभद्रता और मारपीट पर उतर आए।
महिलाओं से अभद्रता और छेड़छाड़ के आरोप
शिकायत में यह भी कहा गया है कि पिछले चार महीनों से मंदिर के आस-पास रहने वाले पवन रावत और उसका परिवार महिलाओं व भक्तों के साथ लगातार दुर्व्यवहार कर रहे थे। सावन माह में एक महिला श्रद्धालु के साथ छेड़छाड़ और मारपीट का मामला भी सामने आया। चार दिन पूर्व भी पवन रावत और उसके परिवार ने मोहल्लेवासियों व महिलाओं के साथ मारपीट की, जिसकी शिकायत कोतवाली थाने में दर्ज कराई गई, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई न होने से इनके हौसले और बढ़ गए।
बाहरी लोगों के सहारे माहौल बिगाड़ने का प्रयास
दिनांक 27 सितंबर 2025 की रात पवन रावत ने अपने पुत्रों, पत्नी और बाहरी लड़कों को बुलाकर मंदिर का माहौल बिगाड़ने की कोशिश की। इसके बाद मोहल्लेवासियों ने पवन रावत, पूनम रावत, संस्कार रावत, शिवा रावत और प्रिंस वर्मा को पकड़कर कोतवाली पुलिस को सौंप दिया। पुलिस ने इस प्रकरण में 151 की कार्यवाही करते हुए मोहल्ले के तीन बच्चों और एक युवक (संतोष सेन, प्रेम सेन, चिराग शर्मा और देवेंद्र रायकवार) पर भी कार्रवाई कर दी।
नशे का अड्डा बनने का आरोप
भक्त मंडल ने यह भी गंभीर आरोप लगाया है कि सेवक पवन रावत मंदिर परिसर में गांजा-चरस जैसे नशे के पदार्थों का सेवन और बिक्री करवा रहा है। इस काम में मनोज यादव (निवासी सूजे खां खिड़की) और अश्विनी कोष्टा (निवासी कुष्टयाना, झाँसी) उसके साथ शामिल हैं।












