
Jhansi : त्योहारों को देखते हुए आरपीएफ की मेरी सहेली टीम कार्यशील हो गई है। ट्रेन में अकेली सफर करने वाली महिलाओं के अलावा रेलवे स्टेशन पर मौजूद महिलाओं से फीडबैक लेने की प्रक्रिया भी आरंभ कर दी गई है। महिला यात्रियों से सुरक्षा के संबंध में प्रश्न पूछे जा रहे हैं। इसके अलावा उन्हें किसी भी प्रकार की मदद के लिए रेलवे की हेल्पलाइन नंबर 139 की जानकारी भी दी जा रही है।
उपनिरीक्षकों और महिला सिपाहियों को सौंपी गई जिम्मेदारी
आरपीएफ की मेरी सहेली टीम में आरपीएफ के उपनिरीक्षकों सहित महिला आरक्षियों को जिम्मेदारी सौंपी गई है, जो कंट्रोल रूम से प्राप्त शिकायतों के आधार पर महिला यात्रियों की समस्याओं का समाधान कर रही हैं। मेरी सहेली टीम को हर स्थिति से निपटने का प्रशिक्षण दिया गया है, जिसमें जच्चा-बच्चा के जन्म से लेकर किसी भी भीषण दुर्घटना तक का प्रशिक्षण शामिल है। ऐसे में यह टीम धरातल पर उतरकर कार्य कर रही है और रोजाना अभियान चलाकर महिलाओं को जागरूक किया जा रहा है।
रोजाना मिलती हैं शिकायतें
आरपीएफ थाने में रोजाना एक दर्जन से अधिक शिकायतें रेलयात्रियों की तरफ से प्राप्त हो रही हैं। इनमें सीट पर कब्जा, दुर्व्यवहार, धूम्रपान और अधिक सामान से संबंधित शिकायतें शामिल हैं। अधिकांश शिकायतें महिला यात्रियों से जुड़ी होती हैं। इसलिए आरपीएफ की मेरी सहेली टीम ऐसी महिला यात्रियों की तुरंत मदद करती है और बीच रास्ते में भी संपर्क बनाए रखने के लिए उनके मोबाइल नंबर भी दर्ज करती है ताकि समय रहते महिला यात्री को सहायता उपलब्ध कराई जा सके। इस पूरी प्रक्रिया का ऑनलाइन रिकॉर्ड रखा जाता है।
इनका कहना है
त्योहारों को देखते हुए वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी स्टेशन पर भीड़ बढ़ने लगी है। ऐसे में आरपीएफ की मेरी सहेली टीम सक्रिय हो गई है। रोजाना महिला यात्रियों से बातचीत करना और उनकी परेशानियों को जानकर समाधान करना टीम की दिनचर्या में शामिल है। इसका फीडबैक भी लिया जा रहा है।
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