
झांसी। जनपद के मोंठ कस्बा निवासी लक्ष्मी प्रसाद रायकवार अपने छोटे पुत्र हिमेन्द्र रायकवार के साथ ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर कार की बिक्री का विज्ञापन देखकर जौनपुर गए थे। वहां जाकर वे एक गिरोह के चंगुल में फंस गए। बदमाशों ने उन्हें बंधक बनाया और सुनसान इलाके में ले जाकर 24 हजार लूट लिए। इसकी भनक लगते ही लक्ष्मी प्रसाद के बड़े बेटे पुष्पेंद्र ने मोंठ पुलिस से शिकायत कर दी। शिकायत के बाद पुलिस एक्टिव हुई और जल्द ही बदमाशों की गिरोह का भंडाफोड़ कर दिया।
-ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर देखी थी कार
जानकारी के अनुसार, लक्ष्मी प्रसाद रायकवार ने अपने परिवार के आवागमन सुविधा को देखते हुए एक कार खरीदने का निश्चय किया। उन्होंने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर विज्ञापन देखा और कार मालिक से शौदा तय किया। कार मालिक ने उन्हें जौनपुर बुलाया, दोनों बाप बेटे मोंठ से जौनपुर के लिए 17 मार्च को रवाना हो गए।
दोनों पिता पुत्र पहले वाराणसी पहुंचे, जहां से कार मलिक के भेष में बैठे बदमाशों ने उन्हें अपने ठिकाने की लोकेशन भेज दी। 18 मार्च को दोनों बदमाशों की बताई जगह पर पहुंच गए। बदमाशों ने उन्हें चिकनी चुपड़ी बातों में फसाया और एक कार भी दिखाई। वे, पिता पुत्र को किसी सुनसान जगह ले जाने लगे, जिस पर उन्हें शक हुआ तो साथ जाने से इनकार कर दिया।
-बंधक बनाया, 24 हजार लूटे, 2 लाख की डिमांड
पिता पुत्र के विरोध करने पर बदमाशों ने दोनों को बलपूर्वक बंधक बना लिया। उन्हें जबरन एक गाड़ी में डालकर उनकी आंखों में कागज चिपका हुआ चश्मा लगा दिया, जिससे उन्हें कुछ दिखाई ना दे। वे, दोनों को जौनपुर जिले के बक्सा थाना क्षेत्र में एक वीरान इलाके में ले गए। अब यहीं से गिरोह का काला कारनामा शुरू होता है, उन्होंने बाप बेटे के पहले तो 24 हजार रूपए नकद लूट लिए। उसके बाद लक्ष्मी प्रसाद और हिमेंद्र को धमकाना शुरू कर दिया। जब भयभीत पिता पुत्र उनसे रहम की गुहार लगाने लगे, बदमाशों उनकी जान बख्शने के बदले दो लाख की डिमांड करने लगे।
-बड़े भाई ने पुलिस की शरण ली, एक्टिव हुई झांसी पुलिस
बदमाशों ने हिमेंद्र से उसके बड़े भाई पुष्पेंद्र रायकवार को मोंठ फोन लगवाया, कहलवाया कि कार का सौदा 6 लाख रुपए में तय हो गया, दो लाख अभी देने होंगे जबकि बकाया चार लाख रुपए किस्तों में अदा कर देंगे। इसके साथ ही हिमेंद्र ने मौका पाते ही ‘Call police’ का मैसेज अपने बड़े भाई पुष्पेंद्र को कर दिया। मैसेज देख पुष्पेंद्र ने सूझबूझ से काम लिया और मोंठ पुलिस की शरण ली। उसने पूरे वाकये से कोतवाल अखिलेश द्विवेदी को अवगत कराया, उन्होंने मामले की गंभीरता को समझते हुए नंबर की लोकेशन निकाली। कोतवाल और उपनिरीक्षक अजय कुमार ने पूरे प्रकरण से जौनपुर पुलिस को अवगत कराया।
-जौनपुर पुलिस ने किया गिरोह का पर्दाफाश
मोंठ कोतवाल अखिलेश द्विवेदी की जानकारी के आधार पर जौनपुर पुलिस एक्टिव हुई और तत्काल उच्च अधिकारियों ने मामले का खुलासा करने के लिए टीमों का गठन कर दिया। पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई करते हुए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर कार बेचने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भांडाफोड़ कर दिया। पुलिस टीम ने 19 मार्च की रात घेराबंदी करते हुए गिरोह के सरगना जितेंद्र यादव को गढ़ासैनी पुल के पास से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने अभियुक्तों से 11 हजार रुपए नकद, तीन लोहे की सींक, एक नायलॉन की रस्सी और तीन चश्मा बरामद किए हैं। आरोपित राजन से एक अवैध तमंचा 315 बोर और एक जिंदा कारतूस भी मिला है।
गिरफ्तार आरोपियों में जितेंद्र यादव प्रतापगढ़, राजन यादव, कुलदीप गौतम, राकेश कुमार गौतम, सुनील प्रजापति, विजय पाल और विशाल गौतम शामिल हैं। पुलिस ने सभी आरोपियों के विरुद्ध विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कार्यवाही शुरू कर दी।
इस प्रकार झांसी की मोंठ पुलिस ने अपने उत्तरदायित्व को समझा और तत्परता दिखाते हुए बदमाशों के चंगुल में फंसे बाप बेटे की लोकेशन निकाल कर जौनपुर पुलिस को भेजी, जहां पुलिस ने दोनों को सकुशल बचा लिया।