झाँसी में घायल की मदद करना युवक को पड़ा भारी! मऊरानीपुर के सरकारी अस्पताल में दबंगों ने की मारपीट, मुकदमा दर्ज

झाँसी। जनपद के मऊरानीपुर में उस समय हड़कंप मच गया जब एक युवक को केवल घायल की मदद करना इतना भारी पड़ गया कि उसे दर्जनों लोगों के जानलेवा हमले का सामना करना पड़ा। बताया जा रहा है कि घटना मऊरानीपुर के सरकारी अस्पताल परिसर की है, जहां दबंगों ने खुलेआम गुंडागर्दी करते हुए युवक पर बर्बरतापूर्वक हमला किया, मारपीट की, तोड़फोड़ मचाई और लूटपाट तक की। पूरी घटना अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है।

घायल की मदद करना पड़ा भारी

प्राप्त जानकारी के अनुसार, हरीमोहन पुत्र सुनील कुमार, निवासी नदीपार कटरा नई बस्ती, मऊरानीपुर 24 अक्टूबर की रात सरकारी अस्पताल में एक घायल व्यक्ति को इलाज कराने पहुंचे थे। इसी दौरान अचानक करीब 50 से 60 लोग वहां आ धमके और उन्होंने हरीमोहन सहित उनके साथियों — सत्येन्द्र, आयुष और आनंद पर जानलेवा हमला कर दिया।

हमलावरों ने जातिसूचक गालियाँ दीं, लात-घूंसों और डंडों से पीटा, जिससे सभी घायल हो गए। पीड़ितों के अनुसार, हमलावरों ने गले से सोने की जंजीर, मोबाइल और नकदी भी लूट ली। अस्पताल परिसर में हुई इस दबंगई से वहां अफरा-तफरी मच गई और मरीज व तीमारदार जान बचाने को इधर-उधर भागने लगे।

हमलावरों के नाम सामने आए

पीड़ित हरीमोहन ने पुलिस को दी तहरीर में बताया कि हमलावर झाँसी जिले के ग्राम कंजा चितावत के रहने वाले हैं। इनमें रोहित, अरविंद्र, करन, महेन्द्र, नेपाल सिंह, अवधेश पाल और प्रवेश के नाम शामिल हैं।

पीड़ित का आरोप है कि इन सभी ने न केवल जान से मारने की नीयत से हमला किया बल्कि अस्पताल की संपत्ति को भी नुकसान पहुंचाया और मौके से फरार हो गए।

पुलिस ने दिखाई तत्परता

सूचना मिलते ही मऊरानीपुर कोतवाली प्रभारी स्वयं टीम के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया। पुलिस ने अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज कब्जे में लेकर घटना की पुष्टि की। बताया जा रहा है कि फुटेज में साफ दिख रहा है कि किस तरह दबंगों ने अस्पताल के अंदर धावा बोला और पीड़ितों पर हमला किया।

दलित उत्पीड़न और हत्या के प्रयास की धाराओं में मामला दर्ज

पीड़ित हरीमोहन ने पुलिस से मांग की कि मामले में दलित उत्पीड़न अधिनियम, लूटपाट और हत्या के प्रयास की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया जाए। पुलिस ने तहरीर के आधार पर 7 नामजद और कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

कोतवाली प्रभारी ने बताया कि आरोपियों की तलाश की जा रही है और जल्द ही सभी को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, गवाहों के बयान और घटनास्थल से मिले साक्ष्यों के आधार पर जांच तेज कर दी है।

घटना के बाद अस्पताल प्रशासन में भी हड़कंप मच गया है। डॉक्टरों और कर्मचारियों ने सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है। कई कर्मचारियों ने कहा कि इस तरह की घटनाओं से मरीजों और कर्मचारियों दोनों की जान खतरे में पड़ती है।

पुलिस की कार्रवाई जारी

फिलहाल पुलिस ने पीड़ित का मेडिकल परीक्षण करवाकर मामले की विवेचना शुरू कर दी है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी घटना की निगरानी कर रहे हैं। पुलिस का कहना है कि “कानून अपने हाथ में लेने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।”

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