
jhansi : पुरानी रंजिश के चलते कई परिवार बेघर होते जा रहे हैं। चाहे ग्राम प्रधान हो या वार्ड मेम्बर। प्रधानी व मेंबरी चुनाव ही अब परिवार को बर्बादी की ओर ले जा रहा है। लंबे-लंबे वादे निभाने वाले नेता अपने घर पर ऐश कर रहे हैं, मगर किसी ने अभी तक यह नहीं सोचा होगा कि इन परिवारों को कैसे समझाया जा सके, क्योंकि जैसे मैरी, लकारा, वैसे ही भोजला। इस गांव में रहने वाले लोग भी पलायन करने पर मजबूर हैं।
पिछले दिनों हुई अरविंद यादव की हत्या के मामले में दस नामजद किए गए थे। इनमें अब तक दो महिलासहित नौ आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। इनमें वे लोग भी शामिल हैं जिनके पति पहले जेल जा चुके हैं। बाद में पत्नियों को जेल भेजा गया। बुधवार तड़के दो आरोपियों को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया गया। हालांकि अभी तक इस हत्याकांड का मास्टर माइंड नहीं पकड़ा जा सका है। जबकि मास्टर माइंड के बेटे को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
उधर, पुलिस द्वारा की जा रही इस कार्रवाई को लेकर यादव व अन्य समाज के लोगों में आक्रोश भड़क रहा है। लोगों का कहना है कि जिन लोगों ने घटना को अंजाम दिया है, उनको गिरफ्तार कर जेल भेजो, लेकिन पत्नी व बेटों को क्यों भेजा जा रहा है। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में जनहित याचिका दायर होने जा रही है।
मालूम हो कि सीपरी बाजार थाना क्षेत्र में ग्राम अरविंद यादव पिछले दिनों अपनी पत्नी संगीता के साथ मोटरसाइकिल पर सवार होकर सामान खरीदकर गांव वापस लौट रहा था। गांव के पास ही रिंकू यादव ने पत्नी संगीता यादव के सामने पति अरविंद यादव की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस मामले में मृतक के परिजनों ने घटना का मास्टर माइंड रिंकू यादव, अनिल कुमार, मिथुन यादव, अजीत, कल्लू, राहुल, कैलाश, अमित, संजय व सुरेश कुमार के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।
घटना के बाद पुलिस ने नामजद आरोपी मिथुन यादव, अजीत कुमार, सुरेश कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। बाद में राममिलन के पुत्र इंद्रजीत यादव 19, मास्टर माइंड रिंकू यादव के पुत्र राजा 18, जेल भेजे गए मिथुन यादव की पत्नी रजनी और रेखा यादव को जेल भेजा गया था।
उधर, बुधवार तड़के सीपरी बाजार पुलिस और स्वॉट टीम की दो आरोपियों से मुठभेड़ हो गई। पुलिस ने दोनों आरोपियों के पैर में गोली मार दी, जिससे वे घायल हो गए। हालांकि इन दोनों आरोपियों ने पुलिस दल पर भी फायरिंग की थी। इनमें भोजला निवासी अशोक कुमार उर्फ कल्लू व शिवपुरी के थाना पिछोर के ग्राम मनका निवासी भंवर सिंह यादव शामिल हैं। हालांकि अशोक की पत्नी रेखा भी पहले जेल भेजी जा चुकी है।
बताया जाता है कि इस कांड में नामजद अभियुक्त रिंकू यादव, अनिल कुमार, राहुल, कैलाश, अमित कुमार, संजय व सुरेश अभी भी शेष हैं।
रिंकू यादव का परिवार अपराध के मामलों में लिप्त
पुलिस रिकॉर्ड बताते हैं कि वर्ष 2000 में भरारी स्थित कृषि केंद्र में मवेशियों को चराने के लिए रिंकू के परिवार के धनीराम यादव, पप्पू उर्फ कैलाश यादव, कल्लू उर्फ अशोक घुस आए थे। शिकायत पर सीपरी बाजार थाने की ग्वालियर रोड पुलिस चौकी से सिपाही अवधेश दुबे एवं जयकरन घर पकड़ने के लिए मौके पर गए थे। उन्हें देखते ही आरोपियों ने फरसे से हमला कर दिया था। इसमें आरक्षी अवधेश दुबे की अंगुलियां काट डालीं जबकि जयकरन को घसीटकर पीटा गया था। उनकी वर्दी भी फाड़ दी थी। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया था। इसके बाद आरोपी फरार हो गए थे।
कुछ माह बाद इन लोगों ने सहकारी समिति के निदेशक कोमल यादव व उसकी बहन से विवाद होने पर तमंचे से फायर कर दोनों की ही आंख फोड़ दी थी। इस परिवार के आठ सदस्यों के खिलाफ 23 से अधिक मुकदमे पंजीकृत हैं। बताया जाता है कि अशोक पर छह, अजीत पर पांच, कैलाश पर पांच, धनीराम पर दो, मिथुन पर दो, अनिल पर तीन, मास्टर माइंड रिंकू पर तीन, राहुल पर तीन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं।
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