
Jhansi : मोंठ–भाण्डेर मार्ग की जर्जर हालत ने किसान की जान ले ली। गुरुवार सुबह खड़ऊआ गांव के किसान रविन्द्र समाधिया की धान से भरी ट्रॉली असंतुलित होकर पलट गई, दबकर उनकी दर्दनाक मौत हो गई। हादसे के बाद क्षेत्र में आक्रोश और शोक की लहर फैल गई है। लोगों ने आरोप लगाया कि लंबे समय से इस सड़क की मरम्मत की मांग की जा रही थी, लेकिन संबंधित विभागों ने कोई कार्रवाई नहीं की, जिसका खामियाजा किसान को अपनी जान देकर चुकाना पड़ा।
विधायक पहुँचे घटनास्थल, बोले—सड़क की खराबी ने छीनी किसान की जिंदगी
घटना की जानकारी मिलने पर स्थानीय विधायक जवाहरलाल राजपूत मौके पर पहुंचे और पूरी घटना का निरीक्षण किया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि “यह मौत खराब सड़क का परिणाम है। सड़क में बड़े-बड़े गड्ढे हैं, जिन पर ट्रैक्टर-ट्रॉली चलाना खतरे से खाली नहीं। किसान की मौत की जिम्मेदारी उन विभागों की है जिन्होंने सड़क को ठीक नहीं कराया।”
विधायक ने इसे गंभीर मुद्दा बताते हुए मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की और कहा कि जिम्मेदार अधिकारियों व ठेकेदारों पर कार्रवाई अनिवार्य है।
डीएम के सामने भी उठा चुके हैं खराब सड़क का मुद्दा
विधायक ने बताया कि वह कई बार जिला प्रशासन के सामने मोंठ–भाण्डेर मार्ग की खराब हालत का मुद्दा उठा चुके हैं। इसके अलावा भारी वाहनों की ओवरलोडिंग के कारण सड़क टूटने की शिकायत भी उन्होंने लिखित रूप से दी थी। बावजूद इसके सड़क सुधार पर कोई ठोस कदम न उठाया जाना दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि “जब सरकार गड्ढा मुक्त सड़कें बनाने की बात करती है, तो फिर यह मार्ग आज तक गड्ढों से मुक्त क्यों नहीं हो सका? इसकी जांच होनी ही चाहिए।”
परिजनों को बंधाया धैर्य, सहायता का आश्वासन
विधायक ने मृतक किसान रविन्द्र समाधिया के परिजनों से मुलाकात की। शोक संतप्त परिवार को सांत्वना देते हुए उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार की ओर से मिलने वाली हर संभव आर्थिक सहायता उन्हें अवश्य दिलाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि यह केवल एक परिवार की त्रासदी नहीं बल्कि पूरे क्षेत्र के किसानों की सुरक्षा से जुड़ा मुद्दा है। जब तक सड़क को दुरुस्त नहीं कराया जाता, तब तक ऐसी घटनाओं की संभावना बनी रहेगी।
क्षेत्रवासियों में रोष, बोले—कब सुधरेगा यह मार्ग?
क्षेत्र की जनता का कहना है कि पिछले कई वर्षों से इस मार्ग की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। दुपहिया वाहन चलाना भी मुश्किल है, जबकि इस सड़क से रोजाना सैकड़ों किसान अपनी फसल लेकर मंडी जाते हैं।
विधायक की मांग: जल्द हो जांच और दोषियों पर कार्रवाई
अंत में विधायक ने कहा कि किसान की मौत केवल एक दुर्घटना नहीं बल्कि लापरवाही का सीधा परिणाम है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि— हादसे की विस्तृत जांच कराई जाए, सड़क निर्माण में देरी या लापरवाही के लिए जिम्मेदारों पर सख्त कार्रवाई हो। मोंठ–भाण्डेर मार्ग का तत्काल पुनर्निर्माण कराया जाए और ओवरलोडिंग रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएं।
किसान की असमय मृत्यु ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि विकास योजनाओं और गड्ढा मुक्त सड़क के दावों के बावजूद जमीनी हकीकत क्यों नहीं बदल रही? क्षेत्रवासी अब ठोस कार्रवाई की प्रतीक्षा कर रहे हैं।










