Jhansi : बम्हरौली में किसानों के साथ बैठक, पराली जलाने पर नायब तहसीलदार ने दी सख्त चेतावनी

Jhansi : धान की फसल कटाई के बाद खेतों में पराली जलाने की बढ़ती घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन ने सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। शनिवार को मोंठ तहसील क्षेत्र के अंतर्गत बम्हरौली गांव में नायब तहसीलदार दीपक कुमार ने किसानों के साथ एक बैठक कर पराली जलाने से होने वाले नुकसानों और कानूनी परिणामों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

बैठक में नायब तहसीलदार ने कहा कि पराली जलाने से न केवल मिट्टी की उर्वरता नष्ट होती है बल्कि पर्यावरण प्रदूषण भी गंभीर रूप लेता है। इससे हवा में जहरीले तत्व बढ़ जाते हैं जो मानव स्वास्थ्य, पशुओं और फसलों, तीनों के लिए हानिकारक हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन किसानों को पराली जलाने के विकल्प प्रदान कर रहा है, जैसे पराली प्रबंधन मशीनों, मल्चर, हैप्पी सीडर और कंबाइन हार्वेस्टर का उपयोग।

दीपक कुमार ने चेतावनी दी कि यदि किसी भी किसान ने पराली जलाने की शिकायत मिली तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, “पराली जलाना कानूनन अपराध है। दोषी किसानों पर मुकदमा दर्ज करने के साथ-साथ आर्थिक जुर्माना भी लगाया जाएगा।”

इस मौके पर उप निरीक्षक राजेंद्र सिंह ने भी किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि जो किसान पराली जलाते पकड़े जाएंगे, उनसे जुर्माना वसूला जाएगा और उनका नाम रिपोर्ट में दर्ज किया जाएगा। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे प्रशासन का सहयोग करें और अपने खेतों में पराली जलाने की बजाय उसे उपयोगी तरीकों से नष्ट करें।

बैठक में लेखपाल प्रवेश राजपूत, सचिव देवेन्द्र सिंह, ग्राम प्रधान अरविंद यादव तथा अजय कुमार, वीरेन्द्र सिंह, राकेश, रामस्वरूप, मुन्ना, रामशंकर बाबा, अमन यादव, कालीचरन, अभिषेक, पर्वत सिंह, देवेन्द्र यादव समेत दर्जनों किसान मौजूद रहे।

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