
झांसी। शहर में बीती रात एक शर्मनाक घटना उस वक़्त सामने आई, जब महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज की कुछ छात्राओं ने अश्लील शब्दों और अभद्र व्यवहार कर रहें तथाकथित पत्रकार को चप्पलों से पीटा। मामला झाँसी के नवाबाद थाना क्षेत्र का है, जहां मेडिकल कॉलेज की छात्राएं देरशाम कॉलेज के गेट नंबर तीन के पास टहल रही थीं। उसी दौरान शराब के नशे में धुत दो युवक, जो खुद को लोकल पोर्टल का पत्रकार बता रहे थे, वहां पहुंच कर छात्राओं के साथ अश्लील भाषा का प्रयोग करने लगे।
छात्राओं ने पत्रकार को चप्पलों से पीटा
एक छात्रा के विरोध करने पर उसने अपनी अन्य सहेलियों को इसकी जानकारी दी। कुछ ही देर में तीन-चार छात्राएं वहां पहुंचीं और गाड़ी में बैठे तथाकथित पत्रकार की चप्पलों से जमकर धुनाई कर दी। स्थानीय लोगों का कहना है कि ये युवक आए दिन इलाके में इसी तरह की हरकतें करता रहता है। मेडिकल कॉलेज की छात्राओं और तीमारदारों से भी ये अशोभनीय भाषा में बात करता है।
पहले भी कई बार कर चुका है बदसलूकी
स्थानीय लोगों का कहना है कि उक्त तथाकथित पत्रकार पहले भी कई बार इसी तरह की हरकतें कर चुका है। कभी विश्वविद्यालय गेट पर छात्राओं से बदतमीजी, तो कभी अस्पताल में मरीजों के तीमारदारों से अभद्रता करना इसकी आदत बन चुकी थी। कई लोग तो इसे पहचानने लगे थे और इसके खिलाफ खबरें भी चल चुकी थीं।
सेक्स रैकेट में वसूली और गुर्गों की पिटाई
जानकारी के अनुसार, बीते रविवार रात करीब सवा ग्यारह बजे तथाकथित पत्रकार के दो गुर्गे, जो शराब के नशे में थे, सेक्स रैकेट से वसूली करने पहुंचे। वहां महिलाओं से भी अश्लील भाषा का प्रयोग किया गया। बाद में होटल में मौजूद लोगों ने दोनों की पिटाई कर दी।
ठेले वालों को धमकाकर वसूली की कोशिश
इतना ही नहीं, नवाबाद थाना क्षेत्र के बाबूलाल कारखाने के सामने एक खाने के ठेले पर भी दो तथाकथित पत्रकार पहुंचे और संचालक से कहा कि अगर मुफ्त में खाना नहीं दिया तो ठेला बंद करवा देंगे। साथ ही यह भी कहा कि पुलिस-प्रशासन उनके इशारे पर चलता है।
थानेदारों को हटवाने की साजिश
सूत्रों की मानें तो शहर में कुछ तथाकथित पत्रकार चुनिंदा थानेदारों से सुविधा शुल्क वसूली के लिए दबाव बनाते हैं। जो थानेदार इनके दबाव में नहीं आते, उनके खिलाफ फर्जी शिकायतें और वीडियो वायरल कर कुर्सी से हटवाने की कोशिश की जाती है।
पैसे ठगने के लिए रिश्ते का दुरुपयोग
एक मामला ऐसा भी सामने आया था, जिसमें एक तथाकथित पत्रकार ने अपनी पत्नी को बहन बताकर मुंबई के कारोबारी से दोस्ती की और लाखों रुपये हड़प लिए। बाद में मामला थाने तक पहुंचा और मामला दर्ज होने के बाद उसने माफ़ी मांग कर पैसा लौटाया।
स्थानीय लोग बोले- कार्रवाई होनी चाहिए
स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसे फर्जी पत्रकारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। ये लोग पत्रकारिता की आड़ में वसूली, अश्लीलता और दबंगई का धंधा चला रहे हैं। पुलिस प्रशासन को जल्द ही ऐसे लोगों की सूची बनाकर उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही करनी चाहिए।
अधिकारियों से भी की गई शिकायत
छात्राओं और स्थानीय नागरिकों ने मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को भी दी है। उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही इस तरह के फर्जी पत्रकारों और उनके गुर्गों पर सख्त कार्रवाई होगी, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हो सकें। झांसी पुलिस ने ऐसे मामलों को संज्ञान में लेकर आम नागरिकों के लिए एक सूचना जारी की है, जिसमें ऐसे पत्रकारों की शिकायत के लिए विभिन्न मोबाइल नंबर दिए गए हैं।
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