jhansi : अतिवृष्टि से बर्बाद हुई खरीफ की फसल, किसानों ने तहसील प्रांगण में किया धरना-प्रदर्शन

jhansi : लगातार दो महीने से हो रही मूसलाधार बारिश ने बुंदेलखंड के किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है। खरीफ सीजन की अधिकांश फसलें चौपट हो गई हैं, जिससे किसान बुरी तरह परेशान हैं। इसी मुद्दे को लेकर सोमवार को झाँसी जिले की मऊरानीपुर तहसील प्रांगण में सैकड़ों किसानों ने धरना-प्रदर्शन कर प्रशासन और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

धरना उत्तर प्रदेश किसान कांग्रेस के बैनर तले आयोजित किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए। किसानों का कहना था कि अतिवृष्टि ने धान, ज्वार, अरहर समेत खरीफ की कई फसलों को पूरी तरह बर्बाद कर दिया है। कई खेतों में पानी भरा हुआ है और कुछ खेत पूरी तरह खाली पड़े हैं।

किसानों ने प्रशासन से मांग की कि प्रभावित गांवों का प्लॉट-टू-प्लॉट सर्वे कराया जाए और बर्बाद हुई फसलों का उचित मुआवजा व बीमा क्लेम तुरंत दिलाया जाए। साथ ही यह भी कहा गया कि आगामी रबी सीजन की बुवाई के लिए खाद और बीज की व्यवस्था पहले से सुनिश्चित की जाए। ग्रामीण क्षेत्रों की सोसायटियों और पीसीएफ केंद्रों पर डीएपी और यूरिया खाद के साथ-साथ बीज की पर्याप्त उपलब्धता कराई जाए, ताकि किसान नई फसल की तैयारी कर सकें।

धरने में किसानों ने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि उनकी समस्याओं का समाधान जल्द नहीं किया गया, तो वे आंदोलन को और उग्र करेंगे।

किसान कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष शिव नारायण सिंह परिहार ने कहा अतिवृष्टि से किसान पूरी तरह बर्बाद हो चुके हैं। उनकी फसलें चौपट हो गईं, कर्ज का बोझ बढ़ गया है। सरकार को तुरंत प्लॉट-टू-प्लॉट सर्वे कराकर मुआवजा और बीमा क्लेम देना चाहिए। साथ ही रबी की फसल की बुवाई से पहले खाद और बीज की उपलब्धता सुनिश्चित करनी होगी, अन्यथा किसान सड़क पर उतरकर बड़ा आंदोलन करेंगे।

धरना-प्रदर्शन में शामिल किसानों ने कहा कि इस समय उनकी आर्थिक स्थिति बेहद खराब है और परिवार चलाना मुश्किल हो रहा है। ऐसे हालात में सरकार और प्रशासन को संवेदनशील होकर त्वरित राहत पैकेज घोषित करना चाहिए।

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