
Jhansi : मोंठ ब्लॉक की ग्राम पंचायत बम्हरौली में लाखों रुपये की लागत से बना पुस्तकालय भवन अब तक आमजन के लिए खुल नहीं पाया है। स्थिति यह है कि भवन का लोकार्पण हुए करीब दो साल बीत चुके हैं, लेकिन आज भी इस पर ताला लटका हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि सरकार और प्रशासन की लापरवाही के कारण यह भवन ‘सफेद हाथी’ साबित हो रहा है।
दो वर्ष पहले हुआ था निर्माण
जानकारी के अनुसार वर्ष 2022-23 की योजना के अंतर्गत केंद्रीय भंडार निगम की सीएसआर परियोजना से ग्राम पंचायत बम्हरौली में पुस्तकालय भवन का निर्माण स्वीकृत हुआ था। इस भवन का निर्माण ग्रामीण अभियंत्रण विभाग प्रखंड झांसी द्वारा कराया गया और 10 दिसंबर 2023 को भारत सरकार के संयुक्त सचिव एन.वी.एस. राजपूत द्वारा इसका लोकार्पण किया गया।
5 लाख रुपये से हुआ आधुनिकीकरण
लोकार्पण के बाद भी पुस्तकालय को संचालित नहीं किया गया। इसके बावजूद उत्तर प्रदेश सरकार ने सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना के तहत 5 लाख रुपये की लागत से पुस्तकालय का आधुनिकीकरण कराया। यह कार्य 11 जून 2025 से शुरू होकर 10 अगस्त 2025 को पूरा हुआ। कार्यदायी संस्था ग्रामीण अभियंत्रण विभाग झांसी थी, जबकि ठेकेदार अवधेश कुमार और भरत राजपूत द्वारा कार्य कराया गया।
लाखों खर्च, लेकिन ग्रामीण अब भी वंचित
सरकारी धन से दो चरणों में निर्माण और आधुनिकीकरण के बाद भी पुस्तकालय आज तक नहीं खुला। ग्रामीणों का कहना है कि यदि भवन का उपयोग ही नहीं होना है तो लाखों रुपये खर्च करने का कोई औचित्य नहीं है। लगभग पाँच हजार मतदाताओं वाले इस गांव के लोग पुस्तकालय खुलने का इंतजार कर रहे हैं।
जिम्मेदार बने अनजान
गौरतलब है कि ग्रामीणों की लगातार शिकायतों और मीडिया की सुर्खियों के बावजूद न तो अधिकारी और न ही संबंधित कर्मचारी इस पर ध्यान दे रहे हैं। भवन पर ताला लटका रहना अधिकारियों की उदासीनता और योजनाओं के क्रियान्वयन में गंभीर खामियों को उजागर करता है।
ग्रामीणों की गुहार
ग्रामीणों ने जिला प्रशासन और सरकार से मांग की है कि बम्हरौली ग्राम पंचायत में बने इस पुस्तकालय को शीघ्र आम जनता के लिए खोला जाए, ताकि लाखों रुपये से बने भवन का लाभ आमजन और विद्यार्थियों को मिल सके।
ये भी पढ़ें Ghaziabad : बेटे ने पिता की लाइसेंसी पिस्टल से गोली मारकर की आत्महत्या
राजनीतिक विराेधियाें के खिलाफ तुंरत कानूनी कार्रवाई हाे : ट्रंप