
Jhansi : शाहजहांपुर थाना क्षेत्र के ग्राम दासना में क्रेशर प्वाइंट पर की जा रही अवैध हैवी ब्लास्टिंग के कारण गांव में दहशत का माहौल बन गया है। पिछले तीन दिनों से लगातार हो रहे तेज धमाकों और उड़ते पत्थरों से ग्रामीणों का जीना मुश्किल हो गया है। मामला तब और गंभीर हो गया, जब ब्लास्टिंग के दौरान दासना गांव के प्राथमिक विद्यालय में बड़े-बड़े पत्थर आकर गिरे। बच्चे डर के मारे कक्षा से बाहर निकल आए और पूरा स्टाफ दहशत में आ गया।
विधायक ने फोन पर लगाई कड़ी फटकार
घटना की जानकारी मिलते ही शुक्रवार को गरौठा के विधायक जवाहर लाल राजपूत सक्रिय हुए और मौके की गंभीरता को देखते हुए झांसी के खान अधिकारी को फोन पर कड़ी फटकार लगाई। विधायक ने स्पष्ट कहा कि बच्चों की जान खतरे में डालने वाली गतिविधि किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
विधायक ने क्रेशर को तत्काल बंद करने के निर्देश दिए
घटना से आक्रोशित विधायक राजपूत ने संबंधित क्रेशर को तत्काल प्रभाव से बंद कराने और जिम्मेदारों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गांव के बच्चों और ग्रामीणों की सुरक्षा सर्वोपरि है।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा “जनता का हित सर्वोपरि है। बच्चों के जीवन से किसी भी कीमत पर खिलवाड़ नहीं होने दूंगा। अगर कार्रवाई नहीं हुई तो जिलाधिकारी से शिकायत करूंगा।”
मोंठ एसडीएम को भी दिए सख्त निर्देश
विधायक ने परिस्थिति की गंभीरता देखते हुए मोंठ एसडीएम से भी सीधे वार्ता की और स्पष्ट कहा कि प्रशासनिक लापरवाही अब और बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने एसडीएम को कठोर कार्रवाई सुनिश्चित करने और पूरे प्रकरण की व्यापक जांच कराने के निर्देश दिए।
ग्रामीणों में दहशत, तीसरी बार हुआ ऐसा हादसा
ग्रामीणों ने विधायक को बताया कि यह पहली बार नहीं है जब हैवी ब्लास्टिंग से स्कूल और घरों पर पत्थर गिरे हों। इससे पहले भी दो बार ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं, लेकिन इस बार ब्लास्टिंग इतनी तेज थी कि स्कूल की छत और प्रांगण में बड़े आकार के पत्थर आकर गिर गए।
तीन दिनों से लगातार धमाकों की आवाज़ों और घरों में कंपन से ग्रामीण और बच्चे भयभीत हैं।
एक ग्रामीण ने शिकायत करते हुए कहा “हम कई बार अधिकारियों से शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। बच्चों को खतरा बढ़ता जा रहा था।”
विधायक के हस्तक्षेप से राहत
विधायक के तत्काल हस्तक्षेप के बाद ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। मौके पर मौजूद लोगों ने कहा कि उनके गांव में पहली बार किसी जनप्रतिनिधि ने इतनी गंभीरता से उनकी समस्या सुनी और तत्काल कार्रवाई कराई।















