
Jhansi : जिले के पूंछ थाना क्षेत्र के ग्राम फतेहपुर स्टेट से एक दर्दनाक खबर सामने आई है, जहां करीब 2 माह 7 दिन तक जीवन और मौत से संघर्ष करने के बाद किसान राजकुमार 45 वर्ष ने आखिरकार दम तोड़ दिया। घटना ने पूरे गांव को स्तब्ध कर दिया है, जबकि परिवार में कोहराम मचा हुआ है।
मिली जानकारी के अनुसार, 1 अगस्त को किसान राजकुमार पुत्र बलराम के साथ यह हादसा उस वक्त हुआ जब वह अपने घर की बिजली केबल जोड़ने के लिए बिजली विभाग के कर्मचारियों की मदद कर रहे थे। बताया गया कि गांव का ट्रांसफार्मर खराब होने के कारण घर में लगी बिजली केबल पहले ही हटाई गई थी। नया ट्रांसफार्मर लगने के बाद राजकुमार ने बिजली कर्मचारियों को बुलाया ताकि उनके घर की बिजली कनेक्शन दोबारा जोड़ी जा सके।
जब बिजली कर्मचारी खंभे पर चढ़कर 440 वोल्ट की लाइन जोड़ रहे थे, तब उन्होंने राजकुमार से घर की केबल मांगी। राजकुमार छत पर चढ़कर केबल देने लगे, तभी गलती से केबल बाहर से निकली 11 हजार वोल्ट की लाइन से टकरा गई। उस समय राजकुमार केबल पकड़े हुए थे, जिससे उन्हें जोरदार बिजली का झटका लगा और वे गंभीर रूप से झुलस गए।
परिजनों ने आनन-फानन में उन्हें झांसी के एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया, जहां उनका इलाज लगातार 2 माह 6 दिन तक चला। इस दौरान परिवार ने करीब 5 लाख रुपये इलाज पर खर्च किए। डॉक्टरों ने उन्हें 6 अक्टूबर को पूरी तरह स्वस्थ बताते हुए डिस्चार्ज कर दिया। परिवार राजकुमार को घर ले आया, लेकिन सोमवार-मंगलवार की मध्यरात्रि उनकी हालत अचानक फिर बिगड़ गई। परिजन उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
राजकुमार की मौत के बाद उनके घर में मातम छा गया। मृतक के बहनोई कल्याण सिंह ने बताया कि इलाज में लाखों रुपये खर्च हो गए और अब परिवार पूरी तरह आर्थिक संकट में है। उन्होंने बताया कि राजकुमार के पिता बलराम की मृत्यु 5 वर्ष पूर्व हो चुकी है। राजकुमार अपने तीन भाइयों में सबसे बड़े थे। छोटे भाई सेवाराम और मनोज कुमार गांव में ही खेती और मजदूरी कर परिवार चलाते हैं।
मृतक किसान के परिवार में पत्नी रेखा और तीन संतानें बड़ी बेटी करिश्मा, बेटा प्रशांत और छोटा बेटा पियूष हैं। पति की मौत के बाद पत्नी रेखा का रो-रोकर बुरा हाल है।
प्रशासन ने लिया संज्ञान, आर्थिक मदद का आश्वासन
घटना की जानकारी मिलते ही स्वास्थ्य विभाग ने थाना पूंछ पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए झांसी भेज दिया।
उधर, एसडीएम मोंठ अवनीश कुमार तिवारी और तहसीलदार ज्ञानेंद्र कुमार सिंह के निर्देशन में लेखपाल सुरेंद्र प्रजापति अस्पताल पहुंचे और घटना की विस्तृत जानकारी ली।
एसडीएम अवनीश तिवारी ने बताया, परिजनों की सूचना पर तत्काल लेखपाल को भेजा गया था। परिजनों के बयान दर्ज कर लिए गए हैं। यह पुष्टि हो चुकी है कि मृतक किसान था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद प्रशासन की ओर से परिवार को आर्थिक सहायता दिलाने का पूरा प्रयास किया जाएगा।