
झाँसी। जिले में 90 वर्षीय वृद्धा की सांसें थमने के बाद परिजनों ने अंतिम संस्कार की तैयारी शुरू कर दी थी, तभी गंगाजल छिड़कते ही उसकी शरीर में हलचल होने लगी और वह फिर से सांस लेने लगी। यह घटना किसी चमत्कार से कम नहीं है और देशभर में चर्चा का विषय बन गई है।
यह घटना झांसी के सीपली बाजार थाना क्षेत्र के भोजला गांव की है। बुजुर्ग महिला माया देवी अपने परिवार के साथ रहती थीं। उनके तीन बेटे हैं, जिनमें से एक बृजकिशोर ग्रासलैण्ड में रहते हैं, जबकि अन्य दो प्राइवेट काम करते हैं। परिजनों के अनुसार, शुक्रवार सुबह लगभग 10 बजे माया देवी की सांसें अचानक रुक गईं। परिजनों ने उन्हें हिलाया-डुलाया, लेकिन कोई हलचल नहीं हुई। इसके बाद पास के एक कंपाउंडर को बुलाया गया, जिसने नब्ज देखी और उन्हें मृत घोषित कर दिया।

मृत घोषित किए जाने के बाद परिजन रोने-पीटने लगे और अंतिम संस्कार की तैयारियों में जुट गए। इसी बीच, जब वृद्धा पर गंगाजल छिड़का गया, तो अचानक उसकी शरीर में हलचल हुई और सांसें चलने लगीं। यह देखकर हर कोई दंग रह गया। वृद्धा ने अपने परिजनों से बात भी की, जिससे पूरे गांव में हर्ष और अचरज का माहौल बन गया है।
यह घटना सोशल मीडिया पर भी जबरदस्त चर्चा का विषय बन गई है। कुछ लोग इसे भगवान के चमत्कार से जोड़ रहे हैं, तो कुछ इसे संयोग या किसी प्राकृतिक घटना का परिणाम मान रहे हैं। वहीं, डॉक्टरों का कहना है कि ऐसा संभव नहीं है कि मृत व्यक्ति दोबारा जीवित हो जाए। वे बताते हैं कि कभी-कभी सर्कुलेटरी शॉक जैसी स्थिति हो सकती है, जिसमें मरीज की सांसें बहुत धीमी हो जाती हैं और वह मृतप्राय लगने लगता है, लेकिन वास्तव में वह जीवित हो सकता है।