
Jhansi : रानीपुर कस्बे के मोहल्ला देवरी वार्ड नंबर आठ में सुखनई नदी पर बना रिपटा आज किसानों और ग्रामीणों की समस्या का कारण बन गया है। वर्ष 2014 में किसानों और मजदूरों की सुविधा को ध्यान में रखकर इसका निर्माण कराया गया था, लेकिन समय बीतने के साथ रिपटा जर्जर होकर जगह-जगह से टूट चुका है। वर्तमान हालात में इस रिपटे से गुजरना किसी खतरे से कम नहीं है।
किसानों और बच्चों की सुरक्षा पर संकट
रानीपुर सहित भादरा, बसारी, हरकनपुरा, सिंहपुरा और भौंडारा जैसे करीब एक दर्जन गांवों के लोगों का रोजाना इसी रिपटे से आना-जाना होता है। किसानों को अपने खेतों तक पहुंचने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, वहीं स्कूल जाने वाले बच्चों की सुरक्षा भी खतरे में है। ग्रामीणों का कहना है कि पुल के टूट जाने के बाद मजबूरी में बोरी में बालू भरकर अस्थायी रास्ता बनाया गया है और उसी से लोग आवाजाही कर रहे हैं।
पंचायत में उठी आवाज
इसी गंभीर समस्या को लेकर उत्तर प्रदेश किसान कांग्रेस के बैनर तले पंचायत बुलाई गई। पंचायत में प्रदेश अध्यक्ष शिव नारायण सिंह परिहार ने ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं। उन्होंने कहा कि यह रिपटा हजारों किसानों और ग्रामीणों की जीवनरेखा है, लेकिन इसकी बदहाल स्थिति सरकार और प्रशासन की लापरवाही को उजागर करती है। उन्होंने एक माह के भीतर पुल की मरम्मत कराने की मांग की और चेतावनी दी कि यदि तय समय में कार्य नहीं हुआ तो जिम्मेदार अधिकारियों का घेराव किया जाएगा।
ग्रामीणों में आक्रोश
पंचायत में बड़ी संख्या में महिला और पुरुष ग्रामीण मौजूद रहे। ग्रामीणों ने कहा कि अगर जल्द समाधान नहीं निकाला गया तो वे सड़क पर उतरकर उग्र आंदोलन करेंगे। उन्होंने साफ चेतावनी दी कि ऐसी स्थिति में आंदोलन से उत्पन्न होने वाली किसी भी समस्या की पूरी जिम्मेदारी प्रशासन और सरकार की होगी।












