रतनगढ़ में बच्चे की मौत, जवारे लेकर गया था परिवार, आंखों के सामने बुझ गया इकलौता चिराग

झांसी। चैत्र नवरात्रि के पावन अवसर पर मध्य प्रदेश के प्रसिद्ध रतनगढ़ धाम में मंगलवार सुबह एक दर्दनाक हादसे में झांसी के एक 11 वर्षीय बालक की सिंधु नदी में डूबने से मौत हो गई। दिव्यांश, शाहजहांपुर थाना क्षेत्र के ग्राम छपार निवासी धर्मेंद्र विश्वकर्मा का इकलौता पुत्र था।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, ग्राम छपार में चैत्र नवरात्रि के अवसर पर धर्मेंद्र विश्वकर्मा के घर पर नौ दिन तक जवारे बोए गए थे और भजन-कीर्तन का आयोजन हुआ। नवमी के दिन जवारे विसर्जन हेतु पूरा परिवार रतनगढ़ धाम के लिए सोमवार रात करीब 10 बजे रवाना हुआ और मंगलवार सुबह मंदिर पहुंचे।

रतनगढ़ धाम में परंपरा है कि श्रद्धालु मंदिर दर्शन से पहले सिंधु नदी में स्नान करते हैं। धर्मेंद्र का परिवार भी इसी परंपरा का पालन करते हुए स्नान कर रहा था, तभी दिव्यांश गहरे पानी में चला गया और डूबने लगा। परिवार की आंखों के सामने उसका इकलौता बेटा जिंदगी की जंग हारता चला गया।

स्थानीय लोगों की मदद से दिव्यांश को नदी से बाहर निकाला गया और नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। हालांकि, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू कर दी है। बेटे की असमय मौत से धर्मेंद्र और उनका पूरा परिवार सदमे में है। गांव में शोक की लहर है और हर किसी की आंखें नम हैं।

यह हादसा एक बार फिर रतनगढ़ जैसे धार्मिक स्थलों पर सुरक्षा इंतजामों की कमी को उजागर करता है, जहां हर साल हजारों श्रद्धालु बिना किसी सुरक्षा के नदी में स्नान करते हैं।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें