झांसी : ब्लैक आउट और आपदा प्रबंधन मॉक ड्रिल, हवाई हमले से ऐसे करें बचाव…

झांसी केंद्र सरकार और उत्तर प्रदेश शासन के निर्देशानुसार मंगलवार को मोंठ तहसील परिसर में एक महत्वपूर्ण मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इस अभ्यास का उद्देश्य हवाई हमले और ब्लैक आउट जैसी आपातकालीन स्थिति में नागरिकों, अधिवक्ताओं, राजस्व कर्मियों और पुलिस बल को सतर्क करना और उन्हें सुरक्षा उपायों की जानकारी देना था।

इस मॉक ड्रिल का नेतृत्व उपजिलाधिकारी प्रदीप कुमार सिंह और पुलिस क्षेत्राधिकारी देवेंद्र नाथ मिश्र ने किया। साथ ही अग्निशमन विभाग, प्रशासनिक अधिकारियों की टीम भी मौजूद रही।

सायरन बजते ही मॉक ड्रिल की हुई शुरुआत

कार्यक्रम के तहत जैसे ही सायरन की पहली ध्वनि गूंजी, पूरे तहसील परिसर की बिजली आपूर्ति काट दी गई। लोगों को बताया गया कि ऐसी स्थिति में तुरंत इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बंद कर, खुले स्थान से हटकर सुरक्षित स्थानों पर शरण लें। सायरन की दूसरी ध्वनि हमले की चेतावनी के रूप में दी जाएगी, जिसके बाद ब्लैक आउट कर दिया जाएगा।

एसडीएम प्रदीप कुमार सिंह ने कहा कि आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए समय-समय पर ऐसे अभ्यास बेहद जरूरी हैं। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि हवाई हमले या किसी भी प्राकृतिक आपदा के दौरान घबराएं नहीं, बल्कि प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें।

सोशल मीडिया पर अफवाहों से बचने की सख्त हिदायत

सीओ देवेंद्र नाथ मिश्र ने नागरिकों को संबोधित करते हुए कहा कि ऐसी आपातकालीन स्थिति में सोशल मीडिया पर कई प्रकार की भ्रामक और झूठी जानकारियां तेजी से फैलती हैं। लोग बिना सत्यापन के अफवाहें शेयर करने लगते हैं, जिससे समाज में भय और भ्रम की स्थिति उत्पन्न होती है। उन्होंने लोगों को सख्त हिदायत दी कि वे ऐसी किसी भी सूचना का हिस्सा न बनें और केवल सरकारी एवं अधिकृत माध्यमों से प्राप्त सूचनाओं पर ही भरोसा करें।

अग्निशमन विभाग ने दी आग से बचाव की जानकारी

इस मॉक ड्रिल के दौरान अग्निशमन विभाग की टीम ने भी आग लगने जैसी स्थिति में बचाव और अग्निशमन के तरीके बताए। फायर आफिसर कृष्ण कुमार और शैलेन्द्र ने बताया कि आग लगने पर सबसे पहले घबराना नहीं चाहिए। यदि संभव हो तो बिजली की मुख्य आपूर्ति को तुरंत बंद कर देना चाहिए। साथ ही आग पर काबू पाने के लिए अग्निशामक यंत्रों का प्रयोग करना चाहिए।

उन्होंने लोगों को बताया कि रसोई गैस सिलेंडर, बिजली के उपकरणों और ज्वलनशील पदार्थों से दूरी बनाए रखें। अगर आग अधिक फैल गई हो, तो तुरंत फायर ब्रिगेड को सूचना दें और सुरक्षित स्थान पर चले जाएं।

अग्निशमन कर्मियों ने ड्रिल के दौरान आग बुझाने के उपकरणों का प्रदर्शन किया और उपस्थित लोगों को इन्हें चलाने का तरीका भी समझाया। फायर एक्सटिंग्विशर, बाल्टी में रेत और पानी का प्रयोग कैसे किया जाता है, इसकी भी जानकारी दी गई।

नागरिकों ने लिया उत्साहपूर्वक हिस्सा

इस मॉक ड्रिल में अधिवक्ता संघ, तहसील कर्मचारी, राजस्व निरीक्षक, पुलिस बल और आम नागरिकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। सभी ने आपदा प्रबंधन की इस कार्यशाला को सराहा और कहा कि ऐसी जानकारी समय पर मिले तो जान-माल की हानि को काफी हद तक रोका जा सकता है।

इस दौरान तहसीलदार ज्ञान प्रकाश सिंह, बीडीओ राकेश त्रिपाठी, नायब तहसीलदार दीपक कुमार, मोंठ कोतवाल अखिलेश द्विवेदी, समथर थाना प्रभारी अनुज गंगवार, शाहजहांपुर थाना प्रभारी संदीप कुमार।

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