Jhansi : कृषि प्रौद्योगिकियां किसानों तक पहुंचनी चाहिए – कुलपति डॉ. अशोक कुमार सिंह

  • सूक्ष्म जीव आधारित बायोपेस्टिसाइड समय की जरूरत : डॉ. संजय कुमार सिंह

Jhansi : रानी लक्ष्मीबाई केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय, झांसी में “सूक्ष्मजीवी जैव कीटनाशक (बायोपेस्टिसाइड) उत्पादन एवं गुणवत्ता” पर आठ दिवसीय समर स्कूल प्रशिक्षण का शुभारंभ हुआ।
कुलपति डॉ. अशोक कुमार सिंह ने उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि वैज्ञानिकों और शिक्षकों को निरंतर अपने कौशल को निखारते रहना चाहिए। उन्होंने बताया कि रसायन आधारित कीटनाशकों के दुष्प्रभावों से लोग बचना चाहते हैं, इसलिए इनके विकल्प खोजने की आवश्यकता है।

सूक्ष्म जीव आधारित बायोपेस्टिसाइड इस दिशा में एक सशक्त विकल्प हो सकता है। उन्होंने चिंता व्यक्त की कि खराब गुणवत्ता वाले उत्पाद किसानों तक पहुंच जाने से किसानों का विश्वास डगमगा जाता है।
मुख्य अतिथि डॉ. संजय कुमार सिंह, महानिदेशक, उत्तर प्रदेश कृषि अनुसंधान परिषद ने कहा कि सूक्ष्म जीव आधारित बायोपेस्टिसाइड समय की मांग है, जो पर्यावरण को बिना हानि पहुंचाए फसल सुरक्षा प्रदान करता है। उन्होंने बताया कि परिषद द्वारा कृषि प्रशिक्षणों को वित्तपोषित करना राज्य स्तर पर एक नई पहल है, जिसका लाभ और भी संस्थान उठा सकते हैं।

इस अवसर पर उप महानिदेशक डॉ. परमेंद्र सिंह, समर स्कूल के निदेशक डॉ. प्रशांत जाम्भुलकर आदि ने विचार व्यक्त किए। बताया गया कि इसमें सात राज्यों के कृषि विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों एवं संस्थानों के सहायक प्राध्यापक एवं वैज्ञानिक भाग ले रहे हैं। यह प्रशिक्षण 16 से 23 सितंबर 2025 तक चलेगा।

उद्घाटन अवसर पर विषय विशेष प्रशिक्षण पुस्तिका का विमोचन किया गया। इस अवसर पर विवि के सभी अधिकारी उपस्थित रहे।संचालन डॉ. कुलेश्वर साहू ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन डॉ. शुभा त्रिवेदी द्वारा दिया गया।

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