
झांसी। जनपद के सीपरी बाजार थाना क्षेत्र में मंगलवार सुबह एक युवक ने ट्रेन से कटकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान 28 बर्षीय नरेंद्र रावत पुत्र अमर सिंह के रूप में हुई, जो ऑटो चालक था। उसकी मानसिक स्थिति पिछले एक साल से ठीक नहीं थी, और परिजनों ने उसका इलाज भी कराया था।
-सुबह घर से निकला, फिर लौटा नहीं
नरेंद्र मंगलवार सुबह 5 बजे घर से यह कहकर निकला कि वह घूमने जा रहा है। जब 8 बजे तक वह वापस नहीं आया, तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू कर दी। इसी बीच सीपरी बाजार थाना पुलिस का फोन आया कि रायगंज टंडन गार्डन के पास रेलवे ट्रैक पर एक शव मिला है। मौके पर पहुंचे परिजनों ने शव की शिनाख्त नरेंद्र के रूप में की। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज भेज दिया।
-होली मनाकर लौटा था, सुबह जाना था काम पर
मृतक के चचेरे भाई प्रमोद ने बताया कि नरेंद्र की मानसिक हालत इतनी खराब नहीं थी कि उस पर हर समय नजर रखी जाए। वह हाल ही में होली मनाने अपनी पत्नी रचना रावत और 10 साल के बेटे ईशान के साथ डबरा (मध्य प्रदेश) स्थित ससुराल गया था। सोमवार को वह झांसी लौटा था और सुबह ऑटो लेकर स्कूल के बच्चों को छोड़ने जाने वाला था, लेकिन उससे पहले ही यह हादसा हो गया।
-परिवार में मातम, पत्नी बेसुध
नरेंद्र की मौत से पूरे परिवार में मातम छा गया है। संयुक्त परिवार में कुल 17 सदस्य रहते हैं, लेकिन नरेंद्र अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। उसकी एक बहन है, जिसकी शादी हो चुकी है। घटना के बाद पत्नी रचना बार-बार बेहोश हो जा रही है।
-परिजनों का दावा – अदृश्य शक्ति बचाती थी, इस बार नहीं बचा
मृतक के ताऊ मंगल सिंह ने बताया कि नरेंद्र पहले भी कई बार ट्रेन से कटकर जान देने की कोशिश कर चुका था, लेकिन हर बार कोई अदृश्य शक्ति उसे बचा लेती थी। कई बार ऐसा हुआ कि जब वह ट्रेन के आगे कूदा, तो उसे ऐसा लगा कि कोई उसे वहां से खींच लाया। परिजनों ने उसे डॉक्टरों को भी दिखाया और झाड़-फूंक भी कराई, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।
-पुलिस जांच में जुटी
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। परिजनों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं और नरेंद्र की मानसिक स्थिति को लेकर मेडिकल रिपोर्ट भी खंगाली जा रही है। पुलिस प्रथम दृष्टया इसे आत्महत्या मान रही है, लेकिन सभी पहलुओं की जांच की जा रही है।