Jhansi : राष्ट्रीय लोक अदालत में 2,25,940 वादों का निस्तारण

Jhansi : राष्ट्रीय लोक अदालत का उद्घाटन जनपद न्यायाधीश कमलेश कच्छल द्वारा सरस्वती देवी माँ की प्रतिमा पर दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न प्रकृति के कुल 2,25,940 वादों का निस्तारण किया गया, जिसमें 191 वैवाहिक प्रकरण, 74 अन्य सिविल वाद, 7,130 अन्य वाद, 9,932 शमनीय आपराधिक वाद और 42,878,595 रुपये अर्थदंड के रूप में वसूले गए।

जनपद के विभिन्न राजस्वदाण्डिक न्यायालयों द्वारा 114 राजस्व वाद, 1,411 आपराधिक वाद, 9,338 विद्युत उपभोक्ता वाद, 45 श्रम विवाद, 70,298 जनहित गारंटी अधिनियम वाद निस्तारित किए गए। इसके अतिरिक्त 5,14,72,820 रुपये की धनराशि से संबंधित 966 बैंक ऋण एवं मोबाइल बिल संबंधित 40 प्रीलिटिगेशन वाद निस्तारित किए गए।

विजय शंकर उपाध्याय, प्रधान न्यायाधीश पारिवारिक न्यायालय द्वारा 174 पारिवारिक मामलों का निस्तारण किया गया। विशेष शर्मा, अध्यक्ष स्थायी लोक अदालत द्वारा 3 अन्य वादों का कुल 46,000 रुपये का समझौता कर निस्तारित किया। हरिश्चंद्र, पीठासीन अधिकारी अतिरिक्त पारिवारिक न्यायालय द्वारा 17 वाद सुलह समझौते के आधार पर निस्तारित किए गए। सुनील कुमार यादव, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश, न्यायालय संख्या-01, झांसी द्वारा 2 शमनीय वाद निस्तारित किए। आदित्य चतुर्वेदी, विशेष न्यायाधीश एससीएसटी एक्ट द्वारा 2 अन्य सिविल वाद निस्तारित किए। नेत्रपाल सिंह, विशेष न्यायाधीश दस्यु प्रभावित क्षेत्र द्वारा 5 शमनीय वादों का निस्तारण किया। जितेन्द्र यादव, विशेष न्यायाधीश ई०सी० एक्ट, झांसी द्वारा 320 शमनीय वादों का निस्तारण किया। ईश्वर शरण कन्नौजिया, लघुवाद न्यायाधीश द्वारा 2 अन्य सिविल वाद निस्तारित किए। मुन्नालाल, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वारा कुल 3,281 वाद निस्तारित किए गए।

अनिल कुमार सप्तम, अपर सिविल जज (सी०डी०)ए०सी०जे०एम० प्रथम द्वारा 2,014 वादों का निस्तारण किया। सुमित परासर, सिविल जज सी०डी० द्वारा 17 अन्य सिविल वाद निस्तारित कर 4,10,60,178 रुपये समझौता धनराशि के रूप में आदेश पारित किया। रामगोपाल यादव, सिविल जज सी०डी०,ए०सी०जे०एम० गरौठा द्वारा कुल 688 वाद निस्तारित किए गए। अरुण कांति यशोदास, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट-रेलवे द्वारा 2,381 वाद निस्तारित किए गए। हर्षिता सिंह, सिविल जज जूनियर डिवीजन द्वारा 25 अन्य सिविल वादों का निस्तारण किया। अंकिता बौद्ध, सिविल जज जू०डि०एफ०टी०सी० (सी०ए०डब्ल्यू) द्वारा कुल 1,008 अन्य वाद निस्तारित किए गए। अमन राय, अपर सिविल जज जू०डि० न्यायालय सं०-02, झांसी द्वारा कुल 1,513 वाद निस्तारित किए गए। सुश्री निदा जैदी, अपर सिविल जज (जू०डि०) गरौठा, झांसी द्वारा कुल 564 वाद निस्तारित किए गए।

सुश्री अरूणा सिंह, न्यायिक मजिस्ट्रेट मऊरानीपुर द्वारा कुल 1,137 वाद निस्तारित किए गए। शुभम, न्यायिक मजिस्ट्रेट मोठ द्वारा कुल 1,352 वाद निस्तारित किए गए। खुशबू धनकर, सिविल जज (जू०डि०)एफ०टी०सी०-14 एफ०सी० द्वारा 1,361 वादों का निस्तारण किया। श्रेयांश निगम, न्याय अधिकारी ग्राम न्यायालय टहरौली द्वारा 223 वादों का निस्तारण किया गया। मनोज खरे, विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम द्वारा कुल 22 वाद निस्तारित किए गए। नवल किशोर रजक, विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट द्वितीय द्वारा कुल 8 वाद निस्तारित किए गए।

शरद कुमार चौधरी, अपर जिला जज सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण ने विशेष रूप से झांसी के लोगों का आभार व्यक्त किया, जिनके सहयोग से राष्ट्रीय लोक अदालत में रिकॉर्ड 2,25,940 वादों का निस्तारण संभव हो सका। इस अवसर पर राष्ट्रीय लोक अदालत के नोडल अधिकारी कनिष्क सिंह, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश (एफ०टी०सी०/14 एफ०सी०), शरद कुमार चौधरी, अपर जिला जज/सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण तथा अन्य न्यायिक अधिकारीगण एवं बैंक अधिकारीगण उपस्थित रहे।

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